लखनऊ से नई दिल्ली,गोवा और बंगलुरु के लिए एयर एशिया की सेवा शुरू

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Air Asia service starts from Lucknow to New Delhi, Goa and Bangalore
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नई दिल्ली, बंगलुरु और गोवा के लिए एयर एशिया की नई उड़ान सेवा का शुभारंभ किया

लखनऊ । यूपी की राजधानी लखनऊ में पांच साल से पहले जहां 15 शहरों तक उड़ान की सेवा थी, आज 30 से ज्यादा शहरों के लिए फ्लाइट उपलब्ध है। सीएम योगी ने कहा कि विकास की गति को तेज करने में कनेक्टिविटी का बड़ा योगदान है। आज से लखनऊ से नई दिल्ली, बंगलुरु, गोवा, कोलकाता और मुंबई तक आवागमन अब और आसान हो गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नई दिल्ली, बंगलुरु और गोवा के लिए एयर एशिया की नई उड़ान सेवा का शुभारंभ किया, जबकि कोलकाता और मुंबई की फ्लाइट अगले माह से शुरू हो जाएगी। सीएम योगी ने बेहतर कनेक्टिविटी को विकास की गति तेज करने का सहज माध्यम बताते हुए यूपी को कनेक्टिविटी के लिहाज से सर्वोत्तम प्रदेश बनाने का संकल्प भी दोहराया। वहीं प्रदेश में हवाई सेवा को बेहतर करने की मुख्यमंत्री की कोशिशों की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नई हवाई सेवाओं के लिए लखनऊ को बधाई दी है।

उड़ान योजना का यूपी को अधिक लाभ

शुक्रवार को लखनऊ स्थित चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डा, परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने तीन शहरों के लिए एयर एशिया की उड़ान सेवाओं की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारंभ की गई उड़ान योजना का उत्तर प्रदेश ने अत्यधिक लाभ प्राप्त किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने हवाई चप्पल पहनने वाले आम आदमी के हवाई उड़ान का सपना देखा था, उत्तर प्रदेश में बेहतर होती हवाई सेवाएं, इस स्वप्न के साकार होने जैसी हैं। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में मुख्यतः लखनऊ और वाराणसी में ही एयरपोर्ट थे। गोरखपुर और आगरा में आंशिक रूप से क्रियाशील एयरपोर्ट थे। तब चार एयरपोर्ट से मात्र 25 गंतव्यों तक वायुसेवा उपलब्ध थीए आज नौ एयरपोर्ट क्रियाशील हैं।

छोटे शहरों से कनेक्टिविटी

आगरा, प्रयागराज, बरेली, हिंडन, गोरखपुर और कानपुर जैसे शहरों से हवाई सेवाओं ने स्थानीय उद्यम को प्रोत्साहन दिया। यही नहीं, योगी सरकार चित्रकूट, सोनभद्र और श्रावस्ती जैसे आकांक्षात्मक जिलों से हवाई सेवा शुरू करने की तैयारी है, जो इन पिछड़े क्षेत्रों के पोटेंशियल को नई उड़ान देने में सहायक होगी। इसी तरह सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, उत्तरी भारत का लॉजिस्टिक्स गेटवे के रूप में पहचान बनाने के लिए तैयार हो रहा है। यह हवाई अड्डा लाखों लोगों को रोजगार भी देगा।

यहीे नहीं, हाल ही में प्रदेश सरकार ने हवाई जहाजोंए एयरक्राफ्ट के मरम्मत, रखरखाव और ओवरहालिंग के लिए एमआरओ मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ओवरहॉल नीति घोषित की है जिससे सैकड़ों युवाओं को रोजगार मिलेगा। आज देश को विदेशों में इन सेवाओं को प्राप्त करने के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं। अयोध्या में निर्माणाधीन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डा न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश में पर्यटन सेक्टर की तरक्की को नई उड़ान देंने वाला होगा।

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