अखिलेश का आरोप: अमृतकाल में भी लोकतंत्र की हत्या जारी, कहा-मंडरा रहा देश पर अघोषित आपातकाल का साया

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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि महंगाई की मार से जनता की बुरी हालत है। जनता जितनी परेशानी में है, हुक्मरान उतने ही बेफिक्र दिखाई दे रहे हैं।

लखनऊ । सपा सुप्रीमो अखिलेश ने कहा कि देश में अघोषित आपातकाल की छाया मंडरा रही है। दरअसल शनिवार को पार्टी की ओर से जारी बयान में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि देश में आपातकाल लगे 47 वर्ष बीत चुके है। मगर आज भी 25 जून 1975 की याद सिहरन पैदा कर देती है।

बताया गया कि रातों रात विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारियों के साथ प्रेस पर सेंसरशिप बिठा दी गई थी। स्वतंत्र भारत में आपातकाल लागू होते ही लोकतांत्रिक अधिकारों को छीनकर नागरिकों की आजादी को कुचल दिया गया था।
अखिलेश ने कहा कि आज फिर देश पर अघोषित आपातकाल की छाया मंडरा रही है।

वर्तमान सत्ताधारियों ने सत्ता के दुरूपयोग के तोड़े सभी रिकार्ड

अखिलेश ने कहा कि अमृृतकाल में भी लोकतंत्र की हत्या जारी है। आर्थिक विषमता, सामाजिक अन्याय का बढ़ना जारी है। अमीर ज्यादा अमीर, गरीब और ज्यादा गरीब होता जा रहा है। असहिष्णुता और नफरत ने सामाजिक सद्भाव को छिन्न भिन्न कर दिया है। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि भारत की आजादी की लड़ाई लड़ते समय स्वातंत्र्य वीरोें ने जो सपने देखे थे, उनका क्या हुआ? वर्तमान सत्ताधारियों ने भी सत्ता के दुरूपयोग के सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। आजादी के बाद संविधान की अनदेखी कर लगाए गए आपातकाल के विरोध में लोकतंत्र रक्षक सेनानियों के बलिदान को भी भुलाया जा रहा है।

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