नोएडा। यूपी सरकार का अपराधियों के सफाये का अभियान जारी है, शुक्रवार रात नोएडा एसटीएफ यूनिट की बुलंदशहर के जहांगीराबाद में बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। एसटीएफ से हुई मुठभेड़ में कुख्यात डकैत Vinod Gadaria मारा गया है। उस पर 40 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह मूल रूप से शामली के कैराना का रहने वाला था। बदमाश पर एक लाख का इनाम घोषित था। एसटीएफ के एएसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया एनकाउंटर में मारा गया विनोद 20 साल से जरायम की दुनिया में सक्रिय था। उसने वर्ष 2006 में पहली आपराधिक घटना को अंजाम दिया था। साल 2012 में उसे मुजफ्फरनगर की जिला कोर्ट से 7 साल की सजा हो चुकी थी। इसके बावजूद वह लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा था।
पांच जिलों की पुलिस कर रही थी तलाश
एनकाउंटर में मारे गए विनोद पर मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत समेत कई अन्य जिलों में केस दर्ज थे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पांच जिलों की पुलिस इन दिनों सरगर्मी से उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन बाजी नोएडा की एसटीएफ यूनिट ने मारी। एसटीएफ ने मुखबिर से मिली खास सूचना के आधार पर बदमाश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है।
एसटीएफ के दो सिपाही घायल
Vinod Gadaria एनकाउंटर के दौरान बदमाश की तरफ से की गई गोलाबारी में एसटीएफ के दो सिपाही घायल हुए हैं। दोनों को गोली लगी है। घायल अवस्था में दोनों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसएसपी बुलंदशहर दिनेश सिंह समेत एसटीएफ के कई अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचकर मौका मुआयना कर रहे हैं। बता दें 6 माह पहले मुजफ्फरनगर पुलिस और एसओजी टीम ने संयुक्त कार्रवाई की थी। जिसमें विनोद गडरिया डकैत गैंग के सदस्यों से जंगल में मुठभेड़ हुई थी। डकैतों ने पुलिस पर फायरिंग भी की थी, फिर जवाबी कार्रवाई में 4 डकैत गोली लगने से घायल हो गए थे। जिन्हें गिरफ्तार किया गया था। इसमें विनोद गडरिया भी शामिल था। इसी तरह करीब 3 महीने पहले मुजफ्फरनगर में शाहपुर थाना क्षेत्र में विनोद गडरिया गैंग के बदमाशों की पुलिस से मुठभेड़ हुई थी। बदमाशों के कब्जे से तीन 315 बोर के तमंचे, एक ट्रैक्टर, तीन जिंदा कारतूस और तीन खोखे बरामद किए गए थे।
रास्ते में ट्रेन चालक की बिगड़ी तबीयत तो सहायक ने संभाली कमान, बचाई सैकड़ों यात्रियों की जान