नई दिल्ली। झारखंड में सियासी जमीन खो चुकी बीजेपी एक बार फिर एक अप्रत्याशित कदम उठाने जा रही है। इस बार झारखंड के पूर्व सीएम और राज्य की सियासत की धुरी सोरेन परिवार के करीबी चंपई सोरेन को अपने साथ लाकर विधानसभा चुनाव में कमल खिलाने की जुगत में है। दरअसल हेमंत सोरेन के जेल जाने के चंपई को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी। जैसे ही हेमंत को जमानत मिली वैसे ही चंपई को काफी क्रूरता पूर्वक कुर्सी से हटा दिया गया, इसके साथ ही इस्तीफे से दो दिन पहले जबरी घार पर बैठा दिया गया था, जिस वजह से उन काफी गहरा सदमा लगा था। इस बेइज्जती का बदला लेने के लिए वह अब प्रमुख विपक्षी दल का बीजेपी का दामन थाम कर मौकापरस्त को सबक सीखाने के मूड में है।
झामुमो को देंगे झटका
पूर्व सीएम चंपई आज अपने तीन सहयोगियों के साथ पाला बदलकर बीजेपी ज्वाइन करेंगे, इसका संकेत उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर दे दिए है। विधानसभा चुनाव से पूर्व चंपई का पालाबदल झामुमो के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।गौरतलब है कि चंपई रविवार को कोलकाता के रास्ते दिल्ली पहुंचे। कोलकाता में उन्होंने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी से मुलाकात की। इसके बाद देर शाम सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से झामुमो नेतृत्व पर तीखा हमला बोला। पार्टी सूत्रों का कहना है कि चंपई सोमवार को तीन विधायकों के साथ विधिवत रूप से भाजपा में शामिल होंगे।
जोहार साथियों,
आज समाचार देखने के बाद, आप सभी के मन में कई सवाल उमड़ रहे होंगे। आखिर ऐसा क्या हुआ, जिसने कोल्हान के एक छोटे से गांव में रहने वाले एक गरीब किसान के बेटे को इस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया।
अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत में औद्योगिक घरानों के खिलाफ मजदूरों की आवाज…
— Champai Soren (@ChampaiSoren) August 18, 2024
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने झामुमो के हाथों सभी पांच सुरक्षित सीटें गंवा दी थी। आदिवासी बिरादरी की नाराजगी का आलम यह था कि केंद्रीय मंत्री रहे अर्जुन मुंडा भी अपनी सीट नहीं बचा पाए थे। चूंकि चंपई सोरेन परिवार के करीबी और आदिवासी वर्ग के दिग्गज नेता हैं, ऐसे में चंपई की बगावत से झामुमो को नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में बड़ा झटका लग सकता है।
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