बिजनेस डेस्क। अमेज़न के कराए गए एक अध्ययन के अनुसार, 10 में से सात (69%) भारतीय वयस्क, ऑनलाइन ऑर्डर के ज़रिये मंगवाई गई चीज़ें बगैर अतिरिक्त डिलीवरी पैकेजिंग के खुशी से लेना चाहेंगे। ये निष्कर्ष ऐसे समय में जारी किए गए हैं जब अमेज़न से अधिक से अधिक आवश्यक चीज़ें- जैसे, टॉयलेट रोल और पेय पदार्थ – बगैर अतिरिक्त उत्पाद पैकेजिंग भारतीय खरीदारों को डिलीवर किए जा रहे हैं। भारत में, अमेज़न फिर से उपयोग में लाये जाने वाले (रियूज़ेबल) क्रेट या टोट बैग का उपयोग कर खरीदी गई चीज़ों की सुरक्षा करती है और अपनी अलग से पैकेजिंग जोड़ने से बचती है।
प्रति पैकेज डिलीवरी
सर्वेक्षण में शामिल आधे से अधिक (55 प्रतिशत) भारतीय खरीदारों ने कहा कि वे अतिरिक्त-डिलीवरी पैकेजिंग के बिना ऑनलाइन खरीदी गई चीज़ों की आपूर्ति पाकर खुश होंगे ताकि पैकेजिंग सामग्री की खपत कम की जा सके। कोई अतिरिक्त पैकेजिंग नहीं होने का मतलब है कि शिपमेंट हल्का होगा, जिससे प्रति पैकेज डिलीवरी उत्सर्जन कम हो जाता है, और इसका मतलब है कि ग्राहकों को अतिरिक्त अमेज़न कार्डबोर्ड बॉक्स या पेपर बैग को रीसायकल करने की ज़रूरत नहीं है। 2015 के बाद से वैश्विक स्तर पर, अमेज़न ने प्रति शिपमेंट आउटबाउंड पैकेजिंग का वजन औसतन 41प्रतिशत कम कर दिया है और 2 मिलियन टन से अधिक पैकेजिंग सामग्री की ज़रूरत खत्म कर दी है।
ऑनलाइन ऑर्डर
जिन चीज़ों को लोग विनिर्माता की मूल पैकेजिंग में केवल एड्रेस लेबल के साथ ही प्राप्त कर खुश हैं, वे हैं परिधान (34 प्रतिशत), डिटर्जेंट (30 प्रतिशत) और स्टेशनरी (30 प्रतिशत) शोध में पाया गया कि जिन चीज़ों को ग्राहक अतिरिक्त पैकेजिंग के नहीं लेना चाहेंगे, उनमें गर्भनिरोधक उपकरण, बवासीर की क्रीम और बिकनी वैक्स स्ट्रिप्स शामिल हैं और इन उत्पाद श्रेणियों को अमेज़न पहले से ही अतिरिक्त पैकेजिंग में भेजती है। साथ ही कुछ ऊंची कीमत वाली चीज़ों जैसे, मोबाइल फोन और लैपटॉप को अमेज़न के कम पैकेजिंग कार्यक्रम से बाहर रखा गया है। शोध में यह भी पाया गया कि 10 में से एक भारतीय खरीदार ऑनलाइन ऑर्डर की गई हर चीज़ बिना अतिरिक्त डिलीवरी पैकेजिंग खुशी से लेना चाहेंगे।
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