मेरठ। यूपी के मेरठ जिले में शुक्रवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां नगर निगम के कर्मचारियों ने जली कोठी में फॉगिंग की,जिससे कई लोग बेहोश हो गए। महिलाओं और बच्चों बेहोशी की हालत में किसी तरह अस्पताल पहुंचाया गया। 108 एंबुलेंस को कॉल किया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। मोहल्ले के लोग बेहोश लोगों को बाइकों और ई-रिक्शा से लेकर अस्पताल की तरफ भागे। महिलाएं और बच्चों की अर्द्ध बेहोशी की हालत हुई तो पुलिस को सूचना दी गई। 108 एंबुलेंस को कॉल किया, लेकिन नंबर नहीं मिली। इसके बाद मोहल्ले के लोग बेहोश लोगों को बाइक और ई-रिक्शे से लेकर अस्पताल दौड़े। बेहोश लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और मौके पर डॉक्टरों की अन्य टीम को बुलाया गया।
मच्छर मारने किया छिड़काव
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि डेंगू की बढ़ती बीमारी के कारण पार्षदों की मांग पर जली कोठी वार्ड 74 में नगर निगम द्वारा मच्छर मारने के लिए फॉगिंग कराई जा रही थी। जिस समय फॉगिंग हो रही थी उस समय पार्षद भी साथ थे। इसी दौरान क्षेत्र में एक घर में एक व्यक्ति की मौत के कारण मोहल्ले के लोग जमा थे। ऐसे में फॉगिंग की गैस के कारण कुछ की हालत बिगड़ गई। इन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। सभी सामान्य हैं और अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। एक महिला और एक बच्ची फिलहाल अस्पताल में हैं, उनका इलाज चल रहा है ।
13 मरीज पहुंचे जिला अस्पताल
मेरठ जिला अस्पताल चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कौशलेंद्र सिंह ने बताया कि इमरजेंसी में 13 मरीज लाए गए। इनमें से आठ को भर्ती कराया, जबकि अन्य को परीक्षण के बाद सही पाया गया। हालत सामान्य होने पर इन्हें छुट्टी देकर घर भेज दिया गया। ड्यूटी पर मौजूद डॉ. अंकित और डॉ. नितीश चौहान ने सभी का उपचार किया। उन्होंने बताया कि फॉगिंग का धुआं सांस नली में पहुंच गया था। इसके चलते सांस लेने के तकलीफ, चक्कर, दम घुटने के लक्षण इनमें पाए गए।
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