नईदिल्ली। पंजाब और दिल्ली में आग लगने से दस लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई, वहीं कई लोग घायल है। घायलों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया। मुंबई की बहुमंजिला इमारत में आग लगने से हड़कंप मच गया, जानकारी होने पर फायर ब्रिगेड और बचाव दल पहुंच गया।
पहली घटना महाराष्ट्र के गोरोगांव में एक सोसाइटी की इमारत में शुक्रवार तड़के हुई। यहां अभी तक छह लोगों की मौत की सूचना है। घायलों को इलाज के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा कि आग जय भवानी भवन में तड़के तीन बजे लगी। सात मंजिला यह इमारत गोरेगांव पश्चिम के आजाद नगर इलाके में स्थित है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस आग में 46 लोग लोग बुरी तरह घायल हुए, जिनमें सात की जान चली गई। वहीं 39 लोगों का कूप और एचबीटी अस्पताल में इलाज जारी है। नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि दो बच्चों और दो महिलाओं सहित छह लोगों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों का दोनों अस्पतालों में उपचार किया जा रहा है।
दूसरी घटना पंजाब के अमृतसर में गुरुवार देर शाम हुई, यहां मजीठा रोड पर स्थित एक फैक्टरी में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। क्वालिटी फार्मास्युटिकल फैक्टरी में आग से एक किशोर और एक महिला समेत चार कर्मियों की मौत हो गई। फैक्टरी मालिकों ने तुरंत इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी।
जहां से रास्ता मिला, वहीं से भागे
वहीं फैक्टरी में आग लगते ही हड़कंप मच गया। अंदर काम करने वाले कर्मचारियों को जहां से रास्ता मिला, वहां से बाहर निकल गए। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने करीब आधा दर्जन गाड़ियों की मदद से देर रात आग पर काबू पाया। आग में फंस कर मौत का शिकार हो चुके किशोर कुलविंदर सिंह, रानी, सुखजीत सिंह तथा गुरभेज सिंह के शव बाहर निकाले गए। मृतकों के परिजनों ने फैक्टरी मालिकों पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए दवा फैक्टरी के सामने धरना शुरु कर दिया।
परिजन तलाशते हुए फैक्ट्री पहुंचे
आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। जब आग लगी तब फैक्टरी के अंदर काफी कर्मचारी काम कर रहे थे। आग लगते ही सभी बाहर की तरफ भागे। फैक्टरी में काम करने वाले लोग जब अपनी छुट्टी के समय के बाद भी घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने फैक्टरी की तरफ दौड़ लगाई।वहां पहुंचने पर उन्हें आग से उनकी मौत की जानकारी मिली जिससे सभी बदहोश हो गए।
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