सत्संग की आड़ में दंगाईयों की फौज: मथुरा के बाद आगरा में सत्संगियों ने पुलिस पर किया पथराव, कई घायल

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Army of rioters under the guise of satsang: After Mathura, satsangis pelted stones at police in Agra, many injured
देशी हथियारों और पत्थरों से हमला करके पुलिस जवानों को लहूलुहान कर दिया।

आगरा। हमारे देश में ढोंगी बाबाओं की कमी नहीं है जो अपने अंधभक्तों के सहारे अपना साम्राज्य खड़ा करते हैं प्रदेश के बाहर के बाबाओं को छोड़ दिया जाए तो हमारे प्रदेश में ही बाबा जयगुरुदेव के चेलों ने संपत्ति के लिए जो दंगा और बवाल किया ​था, उसे हम अभी तक भूल नहीं पाए है। कुछ ऐसा ही खेल आगरा के दयाल बाग में देखने को मिला। यहां सत्संगियों ने किसानों की सैंकड़ों एकड़ भूमि पर कब्जा कर लिया था, शासन तक शिकायत पहुंची तो सरकार ने अवैध कब्जा हटाने को निर्देश दिया। जब जिला प्रशासन ने इनके द्वारा कब्जा की गई भूमि का मुक्त करा लिया तो इनके खतरनाक इरादे सामने आए। देशी हथियारों और पत्थरों से हमला करके पुलिस जवानों को लहूलुहान कर दिया।

खुफिया तंत्र फेल

आगरा में स्थानीय खुफिया तंत्र (एलआईयू) फिर फेल हो गया। सत्संगियों के खतरनाक इरादे भांप नहीं पाए। उनके पास अपनी अलग वर्दी पहने बच्चे, महिलाएं और पुरुषों का एक ग्रुप भी था। पुलिस पर हमला करने के लिए कील लगे डंडे थे। इन्हें चलाने में माहिर ही नहीं, पथराव करने और बचने की कला भी सीखे हुए थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दयालबाग के डूब क्षेत्र में कब्जे के बारे में करीब 15 दिनों से प्रशासन की कार्रवाई चल रही है। दो केस दर्ज हुए थे। सत्संग सभा पर रास्तों को रोकने का आरोप लगाया गया। तीसरा केस शनिवार को दोबारा कब्जा करने का लिखा गया। इसके बावजूद पुलिस का खुफिया तंत्र सत्संगियों की तैयारी का आकलन नहीं कर सका।

बच्चों-महिलाओं को बनाया ढाल

रविवार को पुलिस व प्रशासनिक अफसर फोर्स के साथ कार्रवाई के लिए पहुंचे तो उन्हें अपनी औकात पता चली। 500 से ज्यादा पुलिस और पीएसी कर्मी एक गेट के आगे नहीं बढ़ सके। सत्संगियों की ओर से बच्चों और महिलाओं को ढाल बना देख महिला पुलिसकर्मियों को आननफानन बुलाना पड़ा।

पत्थरबाजी में माहिर निकले

आगरा में दयालबाग में रविवार शाम को बवाल हो गया। पुलिस सत्संगियों को खदेड़ रही थी, सत्संगी पत्थर बरसा रहे थे। महिलाएं, युवा सभी शामिल थे। इससे आसपास कॉलोनियों में भी दहशत रही। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि हम जानते थे यह धर्म – कर्म की बातें होती होगी, लेकिन यहां तो लोगों को अपराधी बनाया जा रहा हैं, जो पुलिस वालों पर पत्थर चलाने में माहिर है।

लंबे समय से थी तैयारी

सत्संग सभा से जुड़ी महिलाओं ने बुलडोजर और ट्रक के शीशे तोड़ दिए। नगर निगम के ड्राइवर को पीटा। घायल 12 पुलिसकर्मियों समेत अधिकारियों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। कुछ मीडियाकर्मी भी पथराव में लहूलुहान हो गए। जवाब में पुलिस ने सत्संगियों को लाठियां फटकार कर खदेड़ा। सत्संगियों के परिसर में ऐसे कंटीले तारों के हथियार मिले हैं, जैसे चीनी सेना ने गलवान घाटी में भारतीय सेना पर हमले के लिए इस्तेमाल किए थे।

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