मुंबई मनोरंजन डेस्क। नेटफ्लिक्स, फिल्म कंपैनियन के सहयोग से, पिछले साल की सफलता के बाद अपनी ‘टेकटेन’ कार्यशाला और प्रतियोगिता का दूसरा एडिशन आयोजित करने जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य देश भर के ऐसे फिल्म निर्माताओं की खोज करना और उन्हें सपोर्ट करना है, जिन्हें बहुत कम अवसर मिल पाते हैं। इस दौरान देश के कुछ प्रतिभाशाली इंडस्ट्री लीडर्स फिल्म निर्माताओं को एक व्यापक कार्यक्रम में भाग लेते हुए देखेंगे।
रचनात्मक उद्योग को बढ़ावा
‘टेकटेन’ पांच प्रतिभाशाली रचनाकारों को लेखन, निर्देशन और निर्माण संबंधी कार्यशालाओं में भाग लेने का अवसर प्रदान करेगा। इन कार्यशालाओं का आयोजन देश के रचनात्मक उद्योग के सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाशाली लोगों द्वारा किया जाएगा। प्रत्येक विजेता को क्रिएटिव इक्विटी बनाने के लिए नेटफ्लिक्स फंड से अनुदान भी हासिल होगा, ताकि वे अपनी लघु फिल्मों की सीरीज तैयार कर सकें।लघु फिल्मों की यह सीरीज वैश्विक दर्शकों के लिए नेटफ्लिक्स इंडिया के यूट्यूब चैनल पर शुरू होगी।
राज्यों से प्रविष्टियां मिलीं
फिल्म समीक्षक, लेखिका और फिल्म कंपैनियन संपादक अनुपमा चोपड़ा, ने कहा, ‘‘मैं रोमांचित हूं कि टेक टेन के अगला एडिशन की तैयारी हो गई है। कार्यक्रम को देश के 20 से अधिक राज्यों से प्रविष्टियां मिलीं और 10 फाइनलिस्ट में आधी महिलाएं थीं। टेक टेन अवसर, समावेश और विविधता के बारे में है। इसे फिर से करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।’’
नेटफ्लिक्स इंडिया की वाइस प्रेसिडेंट, कंटेंट, मोनिका शेरगिल ने कहा, ‘‘पिछले साल के टेकटेन की कामयाबी के बाद हम दूसरे सीजन को लेकर बेहद उत्साहित हैं। हमारा मानना है कि कैमरे के पीछे वाले प्रतिभाशाली लोगों को अवसर देने से स्क्रीन पर बेहतर प्रतिनिधित्व होता है और टेकटेन हमें अद्वितीय आवाजों की खोज करने और उभरते सीरीज क्रिएटर्स को सपोर्ट करने में मदद करेगा। हमें उम्मीद है कि यह पहल एक बार फिर भारत में कहानीकारों की नई पीढ़ी को प्रेरित और सशक्त करेगी।’’
पिछले साल जुड़े लोगों ने जानिए क्या
अदिति शर्मा- टेकटेन प्रोग्राम के माध्यम से, मुझे पटकथा लिखने, किरदारों की रचना करने, अभिनेताओं को निर्देशित करने के साथ-साथ फिल्म निर्माण के कई अन्य महत्वपूर्ण पहलू भी सीखने को मिले। हमें फिल्म कंपैनियन के मार्गदर्शन में ऐसा करने का अवसर मिला। इस दौरान ऐसे प्रोफेशनल लोगों ने भी हमें बहुत कुछ सिखाया जो न केवल अपने काम में अच्छे हैं, बल्कि जो लर्निंग प्रोसेस को भी उतना ही महत्व देते हैं। वास्तव में ये लोग हमारे लिए बेहद मददगार साबित हुए। भारत में क्रिएटिव लोागों के लिए अनुदान वगैरह के कुछ खास अवसर नहीं हैं, और अपनी फिल्म दिखाने के लिए नेटफ्लिक्स जैसे प्लेटफॉर्म का साथ मिलना हम जैसे नए लोगों के लिए बहुत बड़ी बात थी। पहली बार, मुझे और मेरी टीम को लगा कि हमने सही शॉट पकड़ा है।’’
रचनात्मक और पेशेवर
सुयश कामत- ‘‘टेकटेन मेरे रचनात्मक और पेशेवर दोनों किस्म के सफर में मेरे लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। एक फाइनलिस्ट होने के नाते, व्यापक दर्शकों द्वारा फिल्म को देखने और क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड में एक प्रतिष्ठित नामांकन प्राप्त करने के बाद मेरे लिए अनेक नए दरवाजे खुल गए हैं। टेकटेन से मुझे जो एक्सपोजर और पहचान मिली है, वह अमूल्य है। मैं यह देखने के लिए उत्सुक हूं कि भविष्य में हमें और क्या हासिल होता है।’’पहले सीज़न में, 10 उभरते फ़िल्म निर्माताओं को एक व्यापक कार्यशाला में भाग लेने का अवसर दिया गया था और प्रत्येक फ़िल्म निर्माता को उनकी लघु फ़िल्मों के लिए अनुदान दिया गया। पिछले साल की प्रतियोगिता की फिल्में नेटफ्लिक्स इंडिया के यूट्यूब चैनल पर देखी जा सकती हैं
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