गाजियाबाद। यूपी के गाजियाबाद जिले में एक रिक्शा चालक ने अवैध संबंध का खुलासा होने पर पत्नी के प्रेमी के फावड़े से वार करके 20 टुकड़े कर दिए। इसके बाद इस वारदात को छिपाने के लिए टुकड़ों को बोरी में भरकर घर से दूर रिक्शा पर लादकर झाड़ियों में फेंक आया।
पुलिस ने बताया कि गाजियाबाद के खोड़ा में रिक्शा चालक मीलाल (34) ने पत्नी पूनम के प्रेमी अक्षय (24) की फरसे से गला काटकर हत्या कर दी और फिर शव के 20 टुकड़े कर दिए। इन टुकड़ों को तीन बोरियों में भर रिक्शा से ले जाकर घर से एक किलोमीटर दूर नहर किनारे झाड़ियों में फेंक आया।इसके दो दिन बाद शनिवार शाम को शव मिलने पर पुलिस ने शक के आधार पर मीलाल से पूछताछ की तो जुर्म कुबूल करते हुए उसने बताया कि उसने ही पूनम से कहकर अक्षय को बुलवाया था और घर में सोने के लिए कहा था। सोते हुए ही उसकी जान ली। हत्या से लेकर शव ठिकाने लगाने तक की साजिश पहले ही तैयार कर चुका था। उसे इसका पछतावा नहीं है ।
पत्नी को भेजा अस्पताल
अक्षय मूलरूप से राजस्थान के कोतपुतली का निवासी था। एक साल पहले तक खोड़ा में ही रहता था और रिक्शा चलाता था। उसका मीलाल के घर आना-जाना था। इसी दौरान उसकी नजदीकी मीलाल की पत्नी पूनम से बढ़ गई। मीलाल मूल रूप से संभल का है लेकिन काफी समय से खोड़ा के आदर्श नगर सोम बाजार में अमन बेंक्वेट हॉल वाली गली में किराये पर रहता है। मीलाल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि कुछ दिन पहले उसकी सात साल की बेटी रेखा घर में ही झुलस गई थी। उसका दिल्ली के गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में उपचार चल रहा है। पूनम को रोज बच्ची के पास जाना पड़ता था जबकि वह खुद रिक्शा चलाने निकल जाता था। पूनम को चिंता हो रही थी कि घर में दो बेटियों और बेटे के पास कोई नहीं रहता है।
पत्नी से प्रेमी को बुलवाया
मीलाल का कहना है कि उसकी चिंता को देख उसने साजिश रच ली। पत्नी से कहा कि वह कुछ दिनों के लिए राजस्थान से अक्षय को बुला ले। पत्नी उसकी बातों में आ गई और फोन करके अक्षय को बुला लिया। वह 19 जनवरी की सुबह पहुंच गया था। मीलाल ने पुलिस को बताया कि वह साजिश के तहत पूरी तैयारी कर चुका था। फरसा पहले ही घर में लाकर रख लिया था। इंतजार सिर्फ सही मौका मिलने का था। उसने पूनम से कहा कि वह बेटी के पास अस्पताल चली जाए। वह चली गई। घर पर दो बेटियां और अक्षय रह गए।
वह रिक्शा चलाकर लौटा तो अक्षय घर पर ही मिला। इसके बाद अक्षय सोने चला गया। उसी कमरे में बच्चे सो रहे थे। मीलाल का कहना है कि वह जागता रहा। रात के 11 बजे उसने देखा कि बेटियों को गहरी नींद आ गई है। अक्षय भी सोया हुआ है। वह फरसा लेकर पहुंचा और पूरी ताकत के साथ उसकी गर्दन पर वार किया।
शव पर 20 से ज्यादा प्रहार किए
गर्दन काटने के बाद उसने शव के टुकड़े किए। 20 से ज्यादा प्रहार किए। उसने पुलिस से कहा कि कितने टुकड़े हुए, उसे ठीक से याद भी नहीं है लेकिन बोरी में भरते हुए उसे लगा कि कम से कम 20 टुकड़े तो होंगे ही। हाथ, पैर, गर्दन अलग-अलग कर दिए थे। धड़ के भी कई टुकड़े किए। बच्चों को इसका पता नहीं चला। सुबह उठने पर बच्चों से कह दिया कि अंकल रात में ही घर वापस चले गए, उन्हें जरूरी काम पड़ गया था।
इसे भी पढ़ें…