गोदरेज एग्रोवेट ने ऑयल पाम किसानों के लिए वन-स्टॉप सॉल्यूशन सेंटर, समाधान लॉन्च किया

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Godrej Agrovet launches Samadhan, a one-stop solution center for oil palm farmers
गोदरेज एग्रोवेट ने अगले पांच साल में असम में 60,000 हेक्टेयर नए ताड़ के वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा है
  • कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने एनएमईओ-ओपी योजना के तहत 2027 तक 1,000,000 हेक्टेयर ऑयल पाम की खेती का लक्ष्य रखा है
  • गोदरेज एग्रोवेट ने अगले पांच साल में असम में 60,000 हेक्टेयर नए ताड़ के वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा है
  • 2027 तक 50 और केंद्र खोलने की योजना

मुंबई,​ बिजनेस डेस्क। एग्रोवेट के ऑयल पाम बिजनेस ने समाधान नाम की एक अभूतपूर्व पहल शुरू की है। यह एक वन स्टॉप सॉल्यूशन सेंटर है जो ऑयल पाम किसानों को ज्ञान, उपकरण, सेवाएं और समाधान का व्यापक पैकेज प्रदान करेगा। ‘समाधान’ का उद्देश्य ताड़ के तेल उद्योग में एक महत्वपूर्ण संबल बनना है और ताड़ के तेल के किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों को अपनाकर और उनकी उत्पादकता को बढ़ाकर उनकी पैदावार का अनुकूलन करने में सहायता करना है। आधुनिक तकनीकों की जानकारी और उनकी सुलभता सुनिश्चित करने पर जोर देने के साथ, ‘समाधान’ किसानों को ताड़ के तेल की खेती में उद्यम करने के बारे में सोच-विचार कर निर्णय लेने में सक्षम बनाएगा जिससे उनकी आय में निरंतर वृद्धि हो सकेगी।

किसानों से करार

अगस्त 2021 में खाद्य तेल-ऑयल पाम पर राष्ट्रीय मिशन (एनएमईओ-ओपी) के लॉन्च के बाद से, विविधीकृत कृषि-व्यवसाय कंपनी एवं भारत में ऑयल पाम क्षेत्र में अग्रणी, गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड ने अगले पांच वर्षों के दौरान 60,000 हेक्टेयर अतिरिक्त ऑयल पाम के वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा था ताकि भारत में ताड़ के तेल के दीर्घकालीन सतत विकास का समर्थन कर सके। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कंपनी ने ‘समाधान’ सेंटर विकसित किया है।

प्रत्येक समाधान केंद्र के जरिए 2,000 हेक्टेयर ऑयल पॉम के रोपण का समर्थन करने और किसानों को आधुनिक कृषि प्रौद्योगिकियों एवं विशेषज्ञ सलाह के उपयोग के माध्यम से परिपक्व बागानों में निरंतर उत्पादकता हासिल करने में मदद करने का इरादा है। इस पहल के माध्यम से, गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड ने भारतीय ऑयल पाम के किसानों के साथ वैश्विक सर्वोत्तम पद्धतियों को साझा करने, और किसानों को विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में इन पद्धतियों को अपनाने में मदद की योजना बनाई है। यह किसानों को विकासात्मक वित्त, सरकारी सब्सिडी/योजनाओं और अन्य सुविधाओं का लाभ उठाने में सहायता करने में भी मदद करेगा।

ताड़ के तेल का उत्पादन

गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री बलराम सिंह यादव ने इस पहल के बारे में बताते हुए कहा, “ऑयल पाम के कारोबार में तीस से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, हम स्थायी तरीके से पाम ऑयल रोपण प्रक्रियाओं के बारे में किसानों को शिक्षित करने हेतु काम कर रहे हैं। समाधान की मदद से, हम उद्योग के विस्तार और समृद्धि के लिए हल प्रदान करने की उम्मीद करते हैं।

हम इन ताड़ के तेल का उत्पादन करने वाले किसानों को विभिन्न प्रकार के संसाधन, सेवाएं, पेशेवर मार्गदर्शन और नवीनतम तकनीक प्रदान करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। हमने हाल ही में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में दो केंद्र खोले हैं और मार्च 2023 तक हम इसका विस्तार करना चाहते हैं। 2027 तक, हमारी योजना इनके समान 50 और केंद्र स्थापित करने की है।”

खाद्य तेल पर राष्ट्रीय मिशन

ऑयल पाम (एनएमईओ-ओपी) ने अगस्त 2021 में लॉन्च होने के बाद से ऑयल पाम उद्योग में उत्साह और गति की एक नई भावना पैदा की है। यह कार्यक्रम भारत सरकार की एक ऐतिहासिक पहल है जिसका उद्देश्य विशेष रूप से पूर्वोत्तर क्षेत्र में, ताड़ के तेल का दीर्घकालिक सतत विकास और नए किसानों को अतिरिक्त सहायता प्रदान करते हुए, उन्हें नया खेत शुरू करने की चुनौतियों से उबरने में मदद करना है।

कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने एनएमईओ-ओपी योजना के तहत 2027 तक 1,000,000 हेक्टेयर तेल ताड़ की खेती करने का लक्ष्य रखा है। लंबे समय तक टिकाऊ विकास के लिए वायबिलिटी गैप पेमेंट (वीजीपी) कार्यक्रम की शुरूआत और नए किसानों के लिए बढ़ा हुआ प्रोत्साहन दो ऐसी प्रमुख विशेषताएं हैं जो इसे उद्योग के लिए अद्वितीय और सहायक बनाती हैं।

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