कानपुर। यूपी के कानपुर जिले में पुलिस टीम पर हमला करने की खबर सामने आई यहां एक आरोपी को गिरफ्तार करने पहुंची टीम पर उसके घर वालों ने लाठी—डंडों से हमला कर दिया। पुलिस वालों ने पीछे हटकर जान बचाई। इसके पुलिस ने वायरलेस पर सूचना देकर चार थानों की पुलिस बुलाई, इसके बाद आरोपी को गिरफ्तर किया जा सका, जिसे रविवार को पुलिस ने जेल भेज दिया।
4 थानों की फोर्स वहां पहुंच गई
बात दें कि शनिवार शाम को श्रद्धा की तरह एक लड़की को 35 टुकड़े करने की धमकी देने वाले मो. फैज के घर पर पुलिस ने घेराबंदी डाली, तो उसके परिजन लाठी-डंडे के साथ पुलिस से भिड़ गए। वे मो. फैज को अरेस्ट होने से बचाने की फिराक में थे। बिकरू कांड से सीख लेते हुए पुलिस पहले बैकफुट हो गई। वायरलेस हुआ, कुछ देर में ही 4 थानों की फोर्स वहां पहुंच गई। इसके बाद परिवार के लोगों पर पुलिस हावी हो गई।
मो. फैज को उसके घर से अरेस्ट कर लिया गया। पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद मो. फैज को जेल भेज दिया है। फिलहाल हमले में कोई भी पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ है। मामला नौबस्ता का है। पूरे मामले की रिपोर्ट DGP मुख्यालय को भेजी गई है। अब पुलिस फैमिली की भी क्राइम हिस्ट्री तलाश रही है। उन्हें भी पुलिस रिकॉर्ड में लेने की तैयारी है।
जबरन शादी करना चाहता था आरोपी
नौबस्ता थाना प्रभारी संजय पांडेय ने बताया, “किदवई नगर वाई-वन ब्लॉक में एक कारोबारी रहते हैं। उनकी नाबालिग बेटी इंटर की छात्रा है। उन्होंने 16 अक्टूबर को नौबस्ता थाने में चमनगंज गांधी पार्क निवासी मो. फैज के खिलाफ छेड़खानी की FIR दर्ज कराई थी। आरोप था कि चमनगंज निवासी मो. फैज बेटी को घर और स्कूल से आते-जाते पीछा करता है।”थाना प्रभारी ने कहा, “उनकी बेटी पर निकाह के लिए जबरन दबाव बना रहा है।
धमकी दे रहा था ‘निकाह तो मैं तुमसे ही करूंगा, चाहे पूरे परिवार को गोली क्यों न मारनी पड़े। श्रद्धा की तरह 35 टुकड़े करके जंगल में फेंक दूंगा।’पुलिस ने FIR तो दर्ज कर ली, लेकिन फैज पकड़ में नहीं आ रहा था। इससे फैज के हौसले और बुलंद हो गए। वो लड़की के घर तक पहुंच गया। छात्रा के भाई ने विरोध किया तो उसे घर से खींचकर पीट दिया। इससे पूरा परिवार दहशत में आ गया। इसके बाद परिजनों ने 25 नवंबर को नौबस्ता थाने में मो. फैज के खिलाफ दोबारा FIR दर्ज कराई।इसके बाद पुलिस से बचने के लिए शातिर फैज बार-बार मोबाइल नंबर बदल रहा था।
महिलाओं को किया आगे
मो. फैज के परिवार वाले बेहद शातिर थे। घर की खिड़कियों से उन्होंने पुलिस जीप देखी। तो उन्हें आभास हुआ कि महिला पुलिस साथ में नहीं है। इसलिए उन्होंने घर और आस-पड़ोस की महिलाओं को इकट्ठा कर दिया। उन्हें फ्रंट में रखने की वजह से पुलिस भी असहज हुई। महिलाओं ने पुलिस से धक्का-मुक्की की। पुलिस वालों ने महिलाओं को अरेस्ट तो नहीं किया, उन्हें हिदायत देकर छोड़ा गया।
मो. फैज को दबोचते ही परिजन पुलिस से भिड़ गए और घेर लिया। आरोपी को छुड़ाने का प्रयास किया। सूचना पर चमनगंज, बेकनगंज समेत कई थाने का फोर्स पहुंचा और कड़ी मशक्कत से आरोपी मोहम्मद फैज को अरेस्ट कर लिया। इसके बाद रविवार को कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया।
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