वैशाली। बिहार में रविवार देर शाम एक दिल दहलाने वाला हादसा हो गया, इस हादसे में बच्चों समेत 12 लोगों की मौत हो गई, 18 से ज्यादा लोग जीवन मौत से अस्पताल में संघर्ष कर रहे है। दरअसल बिहार के हाजीपुर-महनार मार्ग पर देसरी थाना के देसरी थाना के नयागंज 28 टोला के पास रविवार की रात करीब 8:45 बजे एक तेज रफ्तार अनियंत्रित ट्रक ने सड़क किनारे भुइंया बाबा का पूजा देख रहे लोगों को रौंद दिया। लोगों को रौंदने के बाद ट्रक सड़क किनारे पीपल के पेड़ से टकरा गया। इस दिल दहलाने वाली घटना में करीब 12 लोगों की मौत हो गयी तथा करीब आधा दर्जन लोग जख्मी हो गये है,ट्रक चालक भी इस घटना में बुरी तरह जख्मी हो गया है, घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक के क्षतिग्रस्त केबिन में फंस गया था, हादसे के बाद मौके पर जुटे लोग आक्रोशित हो गये और सड़क जाम कर दिया।
Bihar ke sabse bara hadsa
( Vaishali) me Sahadai buzurg me rel hadsa pic.twitter.com/cKzMOjoEar— Md shahid (I S) (@Mdshahi37017208) February 4, 2019
मातम में बदलीं खुशियां
हादसे की सूचना मिलते ही सहदेई ओपी, देसरी और महनार थाना की पुलिस पहुंची. कई एंबुलेंस को भी मौके पर भेजा गया, लेकिन सड़क जाम और लोगों के आक्रोश की वजह से पुलिस को घटनास्थल पर पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, इस घटना में गंभीर रूप से जख्मी सुरुचि कुमारी (8 वर्ष), अंजली कुमारी (6 वर्ष), सौरव कुमार (17 वर्ष) को इलाज के लिए महनार सीएचसी ले जाया गया। वहां से उन्हें हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गयौ
PM मोदी ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई नेताओं ने ट्वीट कर शोक संवेदना व्यक्त की है, PMO की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि बिहार के वैशाली में हुआ हादसा दुखद है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना है। मृतकों के परिजनों को PMNRF से 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी, वहीं घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ट्रक द्वारा कई बच्चों को कुचलने की घटना से मर्माहत हैं, उन्होंने दुख जताते हुए शोक व्यक्त किया है, मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को अविलंब अनुग्रह अनुदान देने के साथ ही सभी घायलों के समुचित इलाज के भी निर्देश दिए हैं,घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है, वहीं बिहर के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने हादसे पर शोक जताते हुए कहा कि आज रात्रि सड़क दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु की हृदयविदारक खबर से मर्माहत हूं। शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने कामना करता हूं. ईश्वर दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
पेड़ नहीं होता तो 50 से ज्यादा लोगों की मौत होती
इस घटना के समय मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि नेवतन की पूजा लगभग पूरी हो चुकी थी। सब अपने-अपने घर लौटने वाले थे कि तभी हाजीपुर से महनार की तरफ जा रहा अनियंत्रित ट्रक लोगों को कुचलता चला गया। इसके बाद वो पीपल के पेड़ में टकरा गया। अनुज के मुताबिक, अगर ट्रक पेड़ में नहीं टकराता तो कम से कम 50 से ज्यादा लोगों की मौत होती।
हादसे में 8 साल की अनुष्का की भी मौत हो गई। अनुष्का के दादा राजकुमार ने बताया कि बाबा भुइयां की पूजा से पहले नेउतन का कार्यक्रम चल रहा था। सड़क के किनारे ही पीपल के पेड़ के पास गांव के लोग डाली लेकर खड़े थे। इसमें बच्चे, बुजुर्ग, महिला सभी शामिल थीं। 5.30 बजे पूजा शुरू हुई। 9 बजे लगभग ये समाप्त होने वाली थी। तभी ट्रक आया और यहां खड़े लोगों को कुचल दिया। मेरी आंखों के सामने पोती की मौत हो गई।
भुइया बाबा की पूजा और नेवतन क्या है
गांव वालों ने बताया की भुइया बाबा की पूजा यहां वर्षों से होती आ रही है। भुइया बाबा की पूजा में धरती की पूजा की जाती है। मान्यता के अनुसार धरती ने ही लोगों को जीवन दिया, धरती ही लोगो का जीवन यापन करती है। धरती से ही उपजे अन्ना फल फूल को खा कर लोग जी रहे हैं। यहां तक कि मरने के बाद भी धरती यानी की मिट्टी में ही लोग शाम जाते है। कुल मिला कर जीवन से मरण तक आदमी धरती से जुड़ा रहता है। लीहाजन इस गांव के लोग धरती यानी भुइयां बाबा की पूजा करते हैं।
शराबबंदी नहीं हुई कारगर
मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने बिहार में शराबबंदी इस कॉन्सेप्ट पर लाए थे कि गरीब जनता शराब पर खर्च होने वाले पैसे पढ़ाई और स्वास्थ्य पर खर्च करेगी और इससे होने वाले हादसों पर भी लगाम लगेगी। मुख्यमंत्री कुमार का यह सपना और घातक सिद्ध हो रहा है। लोग पहले से ज्यादा महंगी शराब खरीदकर पी रहे है और हादसे भी पहले से ज्यादा भयानक हो रहे हैं। ऐसा इसलिए कह रहे है कि क्योंकि रविवाद देर शाम हुए हादसे ने शराबबंदी की पोल खोल दी।
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