कौशांबी। योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद यूपी पुलिस की अच्छी कार्यशैली के लिए पहचान बनी थी, लेकिन खाकी के कुछ नुमाइदों की वजह से यह छवि धूमिल हो रही है। यूपी पुलिस का ऐसा कारनामा सामने आया है जिसे पढ़कर आप भी हैरान हो जाएगा। दरअसल कौशांबी के रहने वाले एक युवक की प्रयागराज के आश्रम में संदिग्ध हालत में मौत हुई थी, इसके बाद परिजनों को प्रयागराज पुलिस ने कौशांबी भेज दिया, जब परिजन अपने जिले की पुलिस के पास पहुंचे तो वहां की पुलिस ने शव को यह कहते हुए लौटा दिया कि मौत तो प्रयागराज में हुई इसलिए पीएम भी वहीं होगा, इस तरह परिजन पीएम के लिए पुलिस की संवदेनहीनता की वजह से 14 घंटे तक परेशान होते रहे।
संदिग्ध हालत में मौत हुई थी
करारी कोतवाली के लेदहरा पर मजरा पारा हसनपुर निवासी राहुल उर्फ मानसिंह (35) राजगीर का काम करता था। छह नवंबर को वह प्रयागराज में किसी के यहां भवन निर्माण करने गया था। परिजनों के मुताबिक मानसिंह प्रयागराज के करैली कोतवाली के करैलाबाद स्थित एक आश्रम में रहता था। बुधवार सुबह घरवालों को पता चला कि राहुल कमरे में मृत पड़ा है। सूचना से परिजनों में कोहराम मच गया।
घरवालें वहां पहुंचे तो देखा कि राहुल की संदिग्ध हालत में मौत हुई थी। परिजनों ने मामले की सूचना करैली कोतवाली पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए घंटों पंचायत के बाद करारी कोतवाली भेजा। परिवार के लोग शव लेकर करारी कोतवाली पहुंचे तो यहां भी उनकी नहीं सुनी गई। बताया गया कि घटना प्रयागराज में हुई है। वहीं की पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराएगी। करारी थानाध्यक्ष सीबी मौर्या ने करारी इंस्पेक्टर से फोन पर बात की तो उन्होंने शाम सात बजे शव को प्रयागराज भिजवाने के लिए कहा। इसके बाद भी घरवाले शव लेकर प्रयागराज चले गए हैं।
यह बोले जिम्मेदार अधिकारी
घटना प्रयागराज में हुई थी। अगर जिले से शव का पोस्टमार्टम कराया जाता तो मामले की विवेचना यहां की पुलिस को करना पड़ती। नजरी नक्शा आदि बनाने में भी तमाम तरह की दिक्कत होती। इस वजह से शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए करैली पुलिस से संपर्क कर वहां भेजा गया है। – सीबी मौर्य, थानाध्यक्ष करारी
घटना की जानकारी पर पुलिस पहुंची थी। परिवार के लोग मौत को संदिग्ध बताते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए अपनी मर्जी से करारी कोतवाली ले गए थे। करारी पुलिस से संपर्क के बाद शव को फिर से मंगवाया गया है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा और मामले में अन्य भी विधिक कार्रवाई की जाएगी। – रामआसरे यादव, इंस्पेक्टर करैली
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