जौनपुर । हिन्दुओं के सबसे बड़े पर्व दीपावली पर इस बार 27 साल बाद सूर्यग्रहण की छाया रहगी। इस बार एक महीने में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण दोनों लग रहे हैं। 24 अक्तूबर को शाम 5:04 बजे से अमावस्या तिथि आरंभ होकर 25 अक्तूबर मंगलवार की शाम 4:35 मिनट तक रहेगी।पं. हरिओम शर्मा ने बताया कि 25 अक्तूबर मंगलवार को सूर्यग्रहण का नजारा दिखाई देगा। कार्तिक माह के आखिरी दिन पूर्णिमा गंगा स्नान पर 8 नवंबर मंगलवार को दोपहर 2:39 से शाम 6:19 तक चंद्र ग्रहण होगा।।सूर्यग्रहण की वजह से गोवर्धन पूजा और भाईदूज पर भी असर पड़ेगा।
24 अक्तूबर को दीपावली पर्व और 25 अक्तूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा। ये सूर्य ग्रहण देश में कई जगहों पर दिखेगा। सूर्य ग्रहण की वजह से दिवाली पूजन व गोवर्धन पूजा में एक दिन का अंतर रहेगा। धार्मिक दृष्टि से भी यह दिन खास रहेगा। इससे पहले 30 अप्रैल को सूर्य ग्रहण हुआ था, लेकिन वो देश में नहीं दिखा। खगोल वैज्ञानिक के मुताबिक भारत से दिखाई देने वाला अगला बड़ा सूर्य ग्रहण 21 मई 2031 को होगा। जो कि वलयाकार ग्रहण रहेगा। इसके तीन साल बाद 20 मार्च 2034 को पूर्ण सूर्य ग्रहण भारत से दिखेगा।
सूतक की वजह से होगी पूजा-पाठ
सूर्यग्रहण और सूतक काल के चलते 25 अक्तूबर को पूजा पाठ नहीं होंगे। मंदिरों के कपाट भी बंद रहेंगे। धार्मिक मान्यता के अनुसार सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पूर्व से ही आरंभ हो जाता है।सूर्य ग्रहण अवधि के दौरान बूढ़े, बच्चे और बीमार ग्रहण से तीन घंटे पहले खाना खा लें। ग्रहण अवधि में मंत्र जाप ध्यान और भगवान का कीर्तन करें। इस समय दान पुण्य करना चाहिए। सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद पूजा स्थल और पूरे घर में गंगाजल छिड़ककर शुद्धि करण करें।
खंडग्रास सूर्य ग्रहण भारत में दिखेगा
25 अक्तूबर को ग्रहण का प्रारंभ दोपहर 2:29 पर होगा। ग्रहण का मध्य 4:30 सायं ग्रहण और समाप्ति 6:32 सायं पर अरब सागर में खत्म होगा। ग्रहण शाम 4:30 पर अपने चरम पर रहेगा। ग्रहण की अवधि 4 घंटा 3 मिनट होगी। इस वक्त देश में दिखना शुरू हो जाएगा।
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