दलित नवयुवक की हत्या के विरोध में प्रदर्शन

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Demonstration against the murder of Dalit youth
परिवर्तन चौक पर माले का प्रदर्शन

लखनऊ। माल थाना क्षेत्र के रनियां मऊ गांव में 18 जून को गांव के दबंगों द्वारा बम विस्फोट करके की गई हत्या के मामले में पुलिस और हत्यारोपियों के बीच मिली भगत के खिलाफ भाकपा (माले) ने घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने, असल अभियुक्तों को बचाने वाले पुलिस अधिकारियों को दण्डित किए जाने,नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार करने और मृतक परिवार को पचास लाख रुपए मुआवजा देने की मांग को लेकर आज परिवर्तन चौक से पुराने हाई कोर्ट चौराहा तक मार्च निकल कर विरोध प्रर्दशन किया।

दलितों को न्याय दो

पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत दोपहर में पीड़ित परिवार और भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं ने झंडा बैनर के साथ नारे बाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय की ओर मार्च किया। प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे। “रनियांमऊ दलित हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच कराओ” !”दलित विरोधी योगी सरकार मुर्दाबाद”! रनियांमऊ के दलितों को न्याय दो”! “दलित नौजवान शिवम् के हत्यारों को जेल भेजो “!

“घटना की झूठी कहानी गढ़ने वाले भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों को दण्डित करो “! आदि नारे लगाते हुए प्रर्दशनकारी जिलाधिकारी कार्यालय की ओर बढ़े। जुलूस जैसे ही पुराने हाई कोर्ट चौराहा पर पहुंचा जहां पर भारी पुलिसबल के साथ मौजूद पुलिस प्रशासन ने माले नेताओं से ज्ञापन देने का अनुरोध किया। आन्दोलन का नेतृत्व कर रहे भाकपा (माले) के जिला प्रभारी का रमेश सिंह सेंगर, ऐपवा नेत्री का कमला गौतम और आइसा के प्रदेश अध्यक्ष आयुष श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को सम्बोधित तीन सूत्रीय मांग पत्र पुलिस प्रशासन को सौंपा।

पुलिस अपराधियों से मिली

पूर्व सभा को सम्बोधित करते हुए का0 रमेश सिंह सेंगर ने कहा कि कि योगी राज में दलितों के ऊपर पुलिस और सामंती ताकतों के हमले जारी है। कारण साफ है, दबंगों को बचाने और दलितों को फंसाने की पुलिस को खुली छूट दे दी गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस नामजद अभियुक्तों से मिली हुई है इसलिए पुलिस पीड़ित परिवार और चश्मदीद गवाहों की आंखों में धूल झोंक कर फर्जी कहानी गढ़ कर असली अभियुक्तों को छोड़ दिया है।

पुलिस की गढ़ी गई कहानी किसी के भी गले नहीं उतर रही है। उन्होंने मांग की कि घटना की उच्च स्तरीय जांच कराओ और नामजद अभियुक्तों को बचाने वाले पुलिस अधिकारियों को दण्डित करो। उन्होंने कहा कि भाकपा (माले) पीड़ित परिवार को न्याय मिलने तक उनके साथ मिलकर संघर्ष करेगी।

यह लोग रहे मौजूद

सभा को आइसा के प्रदेश अध्यक्ष आयुष श्रीवास्तव, ऐपवा की राज्य कमेटी की सदस्य का सरोजिनी बिष्ट ने भी सम्बोधित किया।इस अवसर पर मृतक के पिता मेवालाल, मां सावित्री, चाची कमला ने भी आंखों देखी कहानी बयान की। विरोध प्रर्दशन में पीड़ित परिवार के नाते रिश्तेदारों के अलावा ऐक्टू के जिला मंत्री का कुमार मधुसूदन मगन, निर्माण मजदूर यूनियन की नेता का मंजू गौतम,का रामसेवक,का रमेश चंद्र शर्मा, किसान नेता का मलखान सिंह अहीर, किसान महा सभा के नेता का रूप राम गौतम का नीरज , अशोक रावत,राजू, समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।

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