मुंबई। राष्ट्र के अंदर मौजूद महाराष्ट्र नामक राज्य में पिछले दो दिनों से सियासी उठापटक जारी है। इस उठापटक में मौजूदा सरकार खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है। एक तरफ हताश उद्धव सरकार भंग की सिफारिश करने की कोशिश कर रहे है। सूत्रों के अनुसार दूसरी तरफ उनकी पार्टी से ही उन्हें बाहर करने की कार्रवाई शिंदे द्वारा की गई। इस तरह दो दिन से सरकार बचाने में जुटे उद्धव अब अपनी पार्टी बचाने में लग गए है। शिंदे ने सरकार नहीं, सीधे पार्टी पर कब्जे की घोषणा कर दी है।
46 विधायकों का दावा
शिवसेना ने व्हिप जारी कर बुधवार शाम 5 बजे पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई थी। उससे 50 मिनट पहले एकनाथ शिंदे ने पार्टी व्हिप को अवैध बता चीफ व्हिप सुनील प्रभु को हटाने की घोषणा कर दी। साथ ही भरत गोगावले को इस पद पर नियुक्त भी कर दिया। इसके साथ ही शिंदे ने राज्यपाल को 34 विधायकों के समर्थन वाली चिट्ठी भी भेज दी।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शिंदे दावा कर रहे हैं कि उनके पास 46 विधायक हैं। हालांकि, गुवाहाटी में अभी शिवसेना के 35 और 2 निर्दलीय विधायक हैं। 3 और विधायक महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के साथ गुवाहाटी के लिए निकल चुके हैं। यानी कुल 40 विधायक।
बैठक से आठ मंत्री गायब
उद्धव ठाकरे आज शाम 5 बजे फेसबुक लाइव होकर अपनों को मनाने की कोशिश करेंगे। इससे पहले उद्धव ने कैबिनेट मीटिंग ली। इसमें से 8 मंत्री गायब थे। उद्धव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग मेें जुड़े। कहा कि कोरोना हो गया है। हालांकि, इसके करीब घंटेभर बाद ही उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई।
कमलनाथ ने संभाली कमान
भाजपा फिलहाल भाजपा वेट एंड वाच की स्थिति में है। मुंबई के अलग-अलग इलाकों में बीजेपी नेता मीटिंग कर रहे हैं। एनसीपी की मीटिंग वाईबी चव्हाण हॉल में हुई है। इसमें पार्टी के सभी विधायकों को शरद पवार से संबोधित किया है।बालासाहब थोराट के बंगले पर कांग्रेस के विधायकों की बैठक हुई है। इसमें कमलनाथ ने सभी विधायकों को संबोधित किया है। शिवसेना ने सभी विधायकों के नाम एक पत्र जारी कर शाम पांच बजे तक सभी को मुंबई आने के लिए कहा है। अगर वे शाम की मीटिंग में शामिल नहीं होते हैं तो उनकी पार्टी की सदस्यता रद्द मानी जाएगी।