जेके टायर ने मनाया भारत में मोटरस्पोर्ट के चार दशकों का जश्न

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JK Tire celebrates four decades of motorsport in India
भारत के प्रतिष्ठित रैली ड्राइवर और अर्जुन पुरस्कार विजेता गौरव गिल ने वर्ल्ड रैली चैम्पियनशिप 2022 में हिस्सा लेने की घोषणा की है।
  • उभरते प्रतिभाशाली युवाओं के लिए स्कॉलरशिप प्रोग्राम की घोषणा की
  • नेशनल रेसिंग चैम्पियनशिप के 25 साल
  • अर्जुन पुरस्कार विजेता गौरव गिल केन्या में आयोजित डब्ल्यूआरसी सफ़ारी रैली में हिस्सा लेंगे

मुम्बई, बिजनेस डेस्क। देश में मोटरस्पोर्ट का पर्याय जेके टायर अपनी मोटरस्पोर्ट यात्रा के चार दशकों का जश्न मना रहा है। पिछले दो सालों में महामारी के कारण भी ब्राण्ड का जोश कम नहीं हुआ और उन्होंने सफलतापूर्वक अपने सालाना कार्यक्रमों के साथ रेसिंग चैम्पियनशिप का आयोजन किया। टीम ने आज 2022 के लिए अपनी योजनाओं की घोषणा की है।

इस मौके पर भारत के प्रतिष्ठित रैली ड्राइवर और अर्जुन पुरस्कार विजेता गौरव गिल ने वर्ल्ड रैली चैम्पियनशिप 2022 में हिस्सा लेने की घोषणा की है। तीन बार एपीआरसी (एशिया पेसिफिक रैली चैम्पियनशिप) चैम्पियन और सात बार आईएनआरसी (इंडियन नेशनल रैली चैम्पियनशिप) चैम्पियन 23 से 26 जून के बीच केन्या में आयोजित डब्ल्यूआरसी सफारी रैली में हिस्सा लेने के लिए तैयार हैं।

365 किलोमीटर की चुनौतीपूर्ण यात्रा

गिल, ब्राज़ील के को-ड्राइवर गैबरियल मोरालेस के साथ 290एचपी और अधिकतम 425 न्यूटन मीटर टोर्क के साथ डब्ल्यूआरसी2 में स्कोडा फाबिया आर5 पर आउटिंग करेंगे। डब्ल्यूआरसी की सबसे चुनौतीपूर्ण रैलियों में से एक, सफारी में 19 विशेष चरण हैं, जिसमें धूल भरी सड़कों, मुश्किल रास्तों और अप्रत्याशित मौसम के बीच 365 किलोमीटर की चुनौतीपूर्ण यात्रा करनी होगी। इस दौरान मौसम कभी भी ऐसा रूप ले सकता है जो सूखे, धूल भरे रास्तों को कीचड़ से भरी पगडंडियों में बदल दे।

गिल ने अपनी आखरी आउटिंग 2019 में टर्की की रैली में महामारी से पहले डब्ल्यूआरसी2 पर की थी, जहां जीत से चूकने के बावजूद उन्हें खूब सराहना मिली। वहीं न्यू साउथ वेल्स के कोफ्स कोस्ट में जंगलों में ज़बरदस्त आग के चलते ऑस्ट्रेलिया की रैली में उनकी आउटिंग आखरी समय में रद्द कर दी गई थी।

‘2 साल के बाद डब्ल्यूआर पर फिर से लौटते हुए मुझे बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। महामारी के इन दो सालों में मैंने अपने पिछले अनुभवों का उपयोग किया, अपनी फिटनैस पर काम किया और नेशनल रैली चैम्पियनशिप के अलावा विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लेते हुए अपने परफोर्मेन्स में सुधार लाना जारी रखा। मैं जेके टायर मोटरस्पोर्ट्स के प्रति आभारी हूं, जिन्होंने मुझे पूरा सहयोग प्रदान किया है। मुझे विश्वास है कि मैं देश और अपनी टीम के लिए बेहतरीन परिणाम लेकर आउंगा।’ गौरव गिल ने कहा।

डोमेस्टिक फ्रंट की बात करें साल 2022 जेके टायर के लिए जश्न का वर्ष है। इस साल कंपनी जेके टायर नेशनल रेसिंग चैम्पियनशिप के 25 सालों की यात्रा का जश्न मना रही है, उम्मीद है कि इंटरनेशनल एक्ज़ीहिबिशन रेसों के साथ यह बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर भव्य कार्यक्रम होगा।

5 युवा को मिलेगी स्कॉलरशिप

देश में उभरती प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के दृष्टिकोण के साथ कंपनी ने 300,000 युरो के स्कॉलरशिप प्रोग्राम की घोषणा की है जिसका उपयोग उभरती प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा, जिन्होंने डोमेस्टिक सर्किट पर अपना लोहा साबित किया है। मोटरस्पोर्ट के विभिन्न क्षेत्रों से 5 युवा प्रतिभाशाली एथलीट्स को यह स्कॉलरशिप दी जाएगी, इनमें से एक एथलीट लड़की होगी। भारत के उभरते रेसिंग स्टार- कोट्टयम से 17 वर्षीय आमिर सईद अपनी कैटेगरी में सीज़न की सभी 12 रेसों को जीतकर 2020 में जेके टायर नोविस कप चैम्पियन बन गए। आमिर को जेके टायर मोटरस्पोर्ट का समर्थन प्राप्त है और इस साल वे फ्रैंच एफ4 चैम्पियनशिप में हिस्सा ले रहे हैं।

जेके टायर मोटर स्पोर्ट्स को दे रहा बढ़ावा

इस मौके पर श्री संजय शर्मा, हैड ऑफ मोटरस्पोर्ट्स, जेके टायर ने कहा, ‘‘जेके टायर हमेशा से भारत में मोटरस्पोर्ट को बढ़ावा देने में अग्रणी रहा है। देश भर में ट्रैक और इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित करते हुए कंपनी ने देश-विदेश में मोटरस्पोर्ट संस्कृति को प्रोत्साहित करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। युवा प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हम यह स्कॉलरशिप प्रोग्राम लेकर आए हैं, जिसमें विभिन्न श्रेणियों में बच्चों का चयन किया जाएगा और उन्हें इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स पर देश का प्रतिनिधित्व करने और देश का गौरव बढ़ाने का मौका मिलेगा।

25वें साल की शुरूआत के साथ हम जोश से भरपूर हैं, अपनी मोटरस्पोर्ट योजनाओं के साथ पूरी तरह से तैयार हैं और आने वाले समय में भी देश में मोटरस्पोर्ट को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास करते रहेंगे।’जेके टायर देश में मोटरस्पोर्ट्स का अग्रदूत रहा है, विदेशों में रेसिंग करने वाले 90 फीसदी बच्चे जेके टायर प्रोग्राम से ही आए हैं। अर्जुन मैनी, कुश मैनी, यश अराध्या, अखिल रबिन्द्रा, स्नेहा शर्मा, मीरा अरडा जैसी युवा प्रेरणाएं भी जेके टायर के मोटरस्पोर्ट प्रोग्राम से ही विकसित हुई हैं।

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