द अक्षय पात्र फाउंडेशन और पियर्सन इंडिया ने आवश्यक शैक्षिक सामग्री देकर गरीब बच्चों की करेगा मदद

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The Akshaya Patra Foundation and Pearson India will help poor children by providing necessary educational materials
भूख के चलते किसी बच्चे की पढ़ाई न छूटे' के मिशन के प्रति द अक्षय पात्र फाउंडेशन की वचनबद्धता का परिणाम है।

लखनऊ-बिजनेस डेस्क। द अक्षय पात्र फाउंडेशन (टीएपीएफ) ने हाल ही में वंचित बच्चों के लिए बुनियादी शैक्षिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए दुनिया की अग्रणी शिक्षण कंपनी पियर्सन इंडिया के साथ साझेदारी की है। पियर्सन इंडिया ने उत्तर प्रदेश के वृंदावन के स्कूली बच्चों की निरंतर पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए पुस्तकों, सामग्रियों आदि के रूप में आवश्यक आपूर्ति प्रदान की है। पियर्सन इंडिया के साथ सहयोग के माध्यम से, 30,000 से अधिक पेंसिल बॉक्स और अन्य स्टेशनरी आइटम वंचित बच्चों को प्रदान किए गए हैं। यह बेहतर शिक्षण परिवेश का निर्माण करने और ‘भूख के चलते किसी बच्चे की पढ़ाई न छूटे’ के मिशन के प्रति द अक्षय पात्र फाउंडेशन की वचनबद्धता का परिणाम है।

सहयोग के बारे में बताते हुए, भव्या सूरी, निदेशक – पीआर एवं कॉर्पोरेट अफेयर्स, भारत और एमईएनए, पियर्सन ने कहा, “दुनिया की अग्रणी शिक्षण कंपनी होने के नाते, पियर्सन इंडिया का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से बेहतर जीवन और बेहतर दुनिया का निर्माण करना है। सकारात्मक, सामाजिक और पर्यावरणीय प्रभाव बनाने का हमारा लंबा इतिहास रहा है, और हम सभी के लिए समावेशी एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

गरीब बच्चों को मिलेगी सहायता

द अक्षय पात्र फाउंडेशन के साथ सहयोग इस दिशा में बढ़ाया गया एक छोटा कदम है जिसके माध्यम से हम वंचित बच्चों की पढ़ाई और उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में उनकी सहायता करना चाहते हैं।” द अक्षय पात्र फाउंडेशन के मुख्य विपणन अधिकारी, संदीप तलवार ने साझेदारी की सराहना करते हुए कहा, “द अक्षय पात्र फाउंडेशन के लाभार्थियों की पढ़ाई और शैक्षणिक आवश्यकताओं को पूरा करने में पियर्सन इंडिया के सहयोग की हार्दिक प्रशंसा करता हूँ।

हम वृंदावन में पुस्तकों, सामग्रियों आदि के रूप में आवश्यक आपूर्ति के साथ बच्चों का समर्थन करने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए कंपनी के आभारी हैं। इस तरह के सहयोग हमें अपने प्रयास में प्रेरित व प्रोत्साहित करते हैं और हमें बच्चों के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने में केवल मध्याह्न भोजन से आगे बढ़कर उनकी मदद करने में सक्षम बनाते हैं। इस तरह के अद्भुत उपहार को पाकर बच्चों के चेहरे पर खिल उठने वाली मुस्कान को देखकर बेहद खुशी होती है।”

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