जौनपुर। ऑल इण्डिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन (एआईडीएसओ) की अखिल भारतीय कमेटी के आह्वान पर शिक्षा के निजीकरण, व्यापारीकरण व सांप्रदायीकरण को बढ़ावा देने वाली नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के खिलाफ देशव्यापी हस्ताक्षर अभियान के तहत आज दिनांक 26.05.2022 को एआईडीएसओ के द्वारा टी डी कॉलेज के मुख्य द्वार पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।
इस देशव्यापी हस्ताक्षर अभियान को 1 मई (अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस) से लेकर 28 सितंबर (भगत सिंह जयंती) तक 150 दिनों तक निरंतर चलाया जाएगा जिसमें एक करोड़ से अधिक हस्ताक्षर कराने का लक्ष्य रखा गया है। माननीय प्रधानमंत्री महोदय को संबोधित 10 सूत्री मांग पत्र पर एक करोड़ से अधिक हस्ताक्षर के लक्ष्य को पूरा करने का संकल्प लेते हुए संगठन के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने छात्रों, अभिभावकों, बुद्धिजीवियों से सैकड़ों हस्ताक्षर दर्ज करवाये। हस्ताक्षर ज्ञापन में शिक्षा के निजीकरण, व्यापारीकरण व सांप्रदायीकरण को बढ़ावा देने वाली नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को रद्द करने, फीसवृद्धि वापस लेने, पाठ्यक्रमों में मनमाना संशोधन बंद करने, पाठ्यसामग्री सस्ता करने जैसे अन्य प्रमुख मांगें की गई है।
यह है प्रमुख मांगे
मांगें -(1) नई शिक्षा नीति 2020 को पूरी तरह से वापस लो।
(2) हर स्तर पर की गई फीस वृद्धि वापस लो।
(3) कॉपी – किताब सहित अन्य शैक्षणिक सामग्रियों के दाम कम करो।
(4) शिक्षा पर केंद्रीय बजट का 10% व राज्य बजट का 30% हिस्सा खर्च करो।
(5) सभी स्कूल – कॉलेजों में पर्याप्त संख्या में शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की स्थाई भर्ती करो।
(6) स्कूल कॉम्पलेक्स के नाम पर सरकारी स्कूलों को बंद करने की नीति वापस लो व सरकारी स्कूलों को विकसित करो।
(7) आठवीं कक्षा तक पास-फेल प्रणाली पुनः लागू करो।
(7) सामान्य शिक्षा में सेमेस्टर प्रणाली को खत्म करो।
ऑनलाइन शिक्षण को लागू करना बंद करो
(8) नवजागरण काल व आजादी आंदोलन के मनीषियों, क्रांतिकारियों, साहित्यकारों व विचारको के जीवन चरित्र को मिटाकर इतिहास का पुनर्लेखन और पाठ्यक्रमों में मनमाने ढंग से परिवर्तन पर रोक लगाओ।
(9) विश्वविद्यालयों सहित तमाम शैक्षणिक संस्थानों की स्वायत्तता पर हमले बंद करो तथा विकास के लिए पर्याप्त फण्ड उपलब्ध कराओ। शोध व अनुसंधानों को किसी भी तरह के आर्थिक और राजनीतिक प्रभाव से दूर रखो।
(10) क्लासरूम शिक्षण की जगह भेदभावपूर्ण ऑनलाइन शिक्षण को लागू करना बंद करो।
(11) कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट को रद्द करो और कोचिंग सेंटर के बढ़ते बाजार को प्रोत्साहन देना बंद करो।
(12) मेडिकल शिक्षा में एनएमसी एक्ट 2019 के क्रियान्वयन पर रोक लगाओ। मेडिकल पाठ्यक्रम में अवैज्ञानिक तथ्यों को शामिल करना बंद करो।
(13) जनवादी, वैज्ञानिक व धर्मनिरपेक्ष शिक्षा पद्धति लागू करो।
इस अवसर पर छात्र संगठन- एआईडीएसओ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष- सचिन जैन, हरिशंकर मौर्य, दिलीप कुमार, यादवेन्द्र, संतोष कुमार, अंजली सरोज, विकास पाल व प्रवीण शुक्ल मौजूद रहे।
इसे भी पढ़ें…