लखीमपुर खीरी। यूपी विधानसभा चुनाव से पूर्व प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में हुई हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को फिर सरेंडर करना पड़ा, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका को रदद कर दिया था। पुलिस आज उन्हें लेकर जेल लेकर पहुंची है। सुप्रीम कोर्ट ने कुछ दिन पहले ही उनकी जमानत रद्द की थी।
सोमवार को को जिला अदालत में होगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट से जमानत आदेश रद्द होने के बाद प्रमुख आरोपी आशीष मिश्र को एक सप्ताह की मोहलत मिली थी, जो 25 अप्रैल सोमवार को समाप्त हो रही थी। एक दिन पहले मंत्री के बेटे ने सरेंडर कर दिया। वहीं, इससे पहले अधिवक्ताओं ने बताया था कि 25 अप्रैल को आशीष मिश्र सिविल कोर्ट मे उपस्थित होकर आत्मसमर्पण करेगा। उसके बाद 26 अप्रैल को जिला अदालत में आशीष मिश्र पर आरोप तय करने को लेकर सुनवाई है।
नहीं मिल पा रही नकल
तिकुनिया हिंसा मामले में डिस्चार्ज एप्लीकेशन को लेकर भी तमाम दिक्कतें आ रही हैं। सह आरोपी अंकित दास, लतीफ काले, सत्यम त्रिपाठी, नंदन सिंह बिष्ट सहित पांच आरोपियों की ओर से डिस्चार्ज एप्लीकेशन की तैयारी में जुटे वरिष्ठ अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह गौड़ ने बताया कि 164 के अधीन दर्ज किए गए बयानों की नकल आवेदित किए हुए 10 दिन से अधिक समय हो चुका है, लेकिन अभी तक स्टाफ की कमी के चलते नकल नहीं बनवाई जा सकी हैं।
ऐसे में 10 दिनों के भीतर डिस्चार्ज एप्लीकेशन को फाइनल टच दे पाना संभव नहीं हो पा रहा है। लेकिन, उनके स्तर से तैयारी जारी है।आपकों बता दें कि तिकोनिया में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के विरोध के लिए भारी संख्या में किसान एकत्रित हुए थे, इस दौरान हुई हिंसा में पांच किसानों समेत एक पत्रकार और कई भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी।
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