अपर्णा ने अखिलेश यादव को बताया भगवा का महत्व, बोलीं- भगवा हमारे देश और संस्कृति का अहम हिस्सा

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Aparna told Akhilesh Yadav the importance of saffron, said saffron is an important part of our country and culture
अपर्णा यादव ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के भगवा वस्त्रों में अपराधी घूमते हैं वाले ट्वीट पर भी प्रतिक्रिया दी

मथुरा। aparna yadav देश के सबसे बड़े राजीतिक घरानों में शामिल मुलायम के कुनबे में अब पहले जैसा कुछ नहीं बचा, अब एक—दूसरे की नींव खोदने में लोग जुटे है। इसी बीच मुलायम सिंह यादव के बड़े पुत्र अखिलेश यादव और छोटी बहू अपर्णा यादव में सोशल मीडिया पर वाकयुद्ध देखने को मिल रहा है। मालूम हो कि भाजपा नेता अपर्णा यादव ने बुधवार को वृंदावन में बांकेबिहारी के दर्शन करने पहुंची, वृंदावन में उन्होंने बांके बिहारी जी की प्राकृट्य स्थली, रंग महल और स्वामी हरिदास की समाधि के दर्शन किए। आधे घंटे तक वृंदावन में रहने के बाद अपर्णा बांके बिहारी मंदिर के लिए रवाना हो गई,वहीं मीडिया से बातचीत में उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पलटवार किया।

बांके बिहारी के किए दर्शन

निधिवन के दर्शन करने के बाद अपर्णा बांके बिहारी मंदिर पहुंची,aparna yadav को मंदिर के सेवायत ने भगवान का प्रसादी पटका पहनाया और प्रसाद भेंट किया। इसके बाद अपर्णा यहां करीब 15 मिनट तक रहीं, दर्शन करने के बाद वे अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गईं। दर्शन के बाद अपर्णा यादव मीडिया से रूबरू हुईं, उन्होंने कहा कि विधान परिषद चुनाव में आये परिणामों से साफ है कि pm modi के ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ विजन को सीएम योगी ने आत्मसात किया है, उसी का परिणाम है कि एमएलसी चुनाव में बीजेपी के खाते में प्रचंड सीटें आई हैं. इस दौरान उन्होंने जीते हुए सभी उम्मीदवारों को शुभकामनाएं दीं।

अखिलेश पर किया कटाक्ष

इस दौरान aparna yadav  ने सपा सुप्रीमोAkhilesh yadava के भगवा वस्त्रों में अपराधी घूमते हैं वाले ट्वीट पर भी प्रतिक्रिया दी, अपर्णा ने कहा कि भगवा हमारे देश का और हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है। पूरा संत समाज भगवा में है, भगवा वस्त्र धारण करते ही मन के सारे विचार उत्कृष्टता की ओर बढ़ते हैं, ना कि व्यक्ति के मन में आपराधिक विचार आते हैं, सनातन संस्कृति के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना उचित नहीं हैं। उन्होंने ये बात क्यों कही, इस पर मैं कुछ नहीं बोल सकती, भगवा के विषय में जो मेरा ज्ञान है, मुझे पता है कि वह सही है. साधुओं, संन्यासियों, यतियों व मुनियों का पुरातन काल से यही वस्त्र है।

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