नई दिल्ली। एनएक्सटी डिजिटल लिमिटेड (एनडीएल) के निदेशक मंडल ने अपनी बैठक में एक गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी (एनबीएफसी) हिंदुजा लीलैंड फाइनेंस लिमिटेड (एचएलएफएल) के एनडीएल में विलय के लिए सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की। यह मंजूरी सभी वैधानिक या नियामक की मंजूरी और शेयरधारकों के अनुमोदन के अधीन है। एनडीएल के डिजिटल, मीडिया और कम्युनिकेशन संबंधी कारोबार को हिंदुजा ग्लोबल सॉल्यूशंस,
में ट्रांसफर करने के फैसले (जो आवश्यक नियामक और शेयरधारक अनुमोदन के अधीन है) के बाद यह कदम एनडीएल की ओर से विकास के बेहतर अवसरों को तलाशने के विजन के अनुरूप उठाया गया है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए एनडीएल अपने उद्देश्य के अनुरूप विभिन्न ऐसे प्रस्तावों का मूल्यांकन कर रहा है, जो कंपनी के लिए इन्क्रीमेंटल वैल्यू अर्जित कर सकते हैं।
बताया गया मकसद
अपने शेयरधारकों के लिए वैल्यू क्रिएट करने की इस प्रतिबद्धता के अनुरूप, यह विलय एनडीएल के शेयरधारकों को एचएलएफएल की आक्रामक विकास योजनाओं में भाग लेने और उनका हिस्सा बनने में सक्षम बनाएगा। एचएलएफएल 29,000 करोड़ रुपए से अधिक के एयूएम और 23 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 1,550 स्थानों पर अखिल भारतीय मौजूदगी के साथ भारत की अग्रणी वित्तीय एनबीएफसी में से एक है।
शाखाओं के एक व्यापक नेटवर्क के माध्यम से एचएलएफएल कॉमर्शियल और पर्सनल वाहनों के लिए फाइनेंस उपलब्ध कराती है। कंपनी मध्यम और भारी वाणिज्यिक वाहनों, हल्के वाणिज्यिक वाहनों और छोटे वाणिज्यिक वाहनों से लेकर कारों, बहु-उपयोगी वाहनों, तिपहिया और दोपहिया वाहनों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के उपयोग किए गए वाहनों के लिए फाइनेंस उपलब्ध कराने के काम में जुटी है। एचएलएफएल अशोक लीलैंड लिमिटेड की सहायक कंपनी है।
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