हरदोई। यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान समर्थकों ने अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए जमकर मेहनत की। कई जगह लोगों ने अपने—अपने प्रत्याशियों को जिताने का वादा किया था, लेकिन हार के बाद उनकी मुसिबते बढ़ गई। कुछ ऐसा ही मामला हरदोई जिले से देखने को मिला। यहां एक युवक ने सपा प्रत्याशी को जिताने का वादा किया था, लेकिन सपा प्रत्याशी उसके बूथ पर हार गए, इसलिए गांव वाले उसे चिढ़ाने लगे। युवक जब लोगों का सामना नहीं कर सका तो उसने को खुद को गोली से उड़ा दिया,जानकारी होने पर परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजन कुछ बोलने को तैयार नहीं
सपा कार्यकर्ता की खुदकुशी का यह सनसनीखेज मामला हरदोई जिले के माधौगंज कस्बे का है। यहां युवक ने मंगलवार को कमरे में तमंचे से सिर में गोली मार ली। परिजन उसे गंभीर हालत में सीएचसी लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद परिजन चुप्पी साधे हैं। गांव में पार्टी प्रत्याशी के बूथ हारने पर लोगों के चिढ़ाने से परेशान होकर उसके खुदकुशी करने की चर्चा है।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। ग्राम गौरा निवासी 40 वर्षीय देवेंद्र कुमार यादव उर्फ बल्लू सपा कार्यकर्ता थे। मंगलवार की दोपहर उनके कमरे से गोली चलने की आवाज आई। परिजन कमरे में पहुंचे तो देखा देवेंद्र का शव खून से लथपथ पड़ा था। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
तीन बच्चों का पिता था मृतक
स्थानीय लोगों का कहना है कि देवेंद्र ने विधानसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी को गांव से जिताने का जिम्मा लिया था, जबकि प्रत्याशी उसके बूथ पर हार गए। इस वजह से लोग उन्हें चिढ़ा रहे थे। इससे परेशान होकर देवेंद्र ने खुदकुशी कर ली।मृतक खेती करता था। उसके परिवार में पत्नी संगीता के अलावा तीन बच्चे हैं। माधौगंज इंस्पेक्टर सुब्रत त्रिपाठी ने बताया कि घटना के वक्त देवेंद्र दूसरी मंजिल पर कमरे में अकेले थे। 315 बोर के तमंचे से उन्होंने खुद को गोली मारकर जीवन लीला समाप्त कर ली। परिजनों की तहरीर के बाद अग्रिम विधिक कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
इसे भी पढ़ें..
- यूपी: अब संगठन की ओवरहालिंग करेंगे अखिलेश! बढ़े वोटबैंक को सहेजने की यूं है तैयारी
- लखनऊ: अधिकारी-बिल्डर-भू-माफियाओं ने यूं खेला खेल, अब बाबा का बुलडोजर इनके मंसूबे करेगा फेल!
- पंजाब की हार: सिद्धू पर फूटा ठीकरा, सोनिया गांधी ने बैठक में हार की यह वजह बताई