योगी कैबिनेट में पुराने चेहरों के साथ नए चेहरों का होगा समायोजन, 40 से अधिक मंत्री लेंगे शपथ

233
Employment opportunities will increase: Out of 116 MoUs worth 31 thousand crores for UP, work has started on 56 projects
एलडीए ने 116 परियोजनाओं में से 56 पर काम शुरू कर दिया है। इससे अब तक करीब 2152 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है।

लखनऊ। यूपी की नई सरकार में योगी मंत्रीमंडल 2017से थोड़ा अलग रहेगा। इस बार अनुभव के साथ ही युवा जोश को तवज्जों देने की तैयारी की जा रही है। भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाईकमान इस बार पुराने चेहरों के साथ ही नए चेहरों पर दांव लगाएगा। ताकि आने वाले चुनाव में पुराने के चेहरों के साथ ही नए लोगों पर जिम्मेदारी सौंपी जा सके। इस एक फायदा होगा कि पार्टी को नेताओं की एक मजबूत पौध तैयार होगी।

नई सरकार में मुख्यमंत्री के साथ 40 से अधिक मंत्री शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित केंद्र सरकार के मंत्रियों और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों की मौजूदगी में 21 या 22 मार्च को शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए मंत्रिमंडल में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन के लिए करीब दो दर्जन से अधिक मौजूदा मंत्रियों के साथ नए चेहरों को भी शामिल करने की रणनीति बनाई है।

अभी फिर होगी कुछ नाम पर चर्चा

यूपी की नई सरकार के स्वरूप को लेकर दो दिन तक दिल्ली में पीएम मोदी, शाह, नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, महामंत्री संगठन बीएल संतोष, यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और सह प्रभारी अनुराग ठाकुर से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ लौट आए हैं। सूत्रों के अनुसार योगी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल आगामी दिनों में फिर दिल्ली जाएंगे। शाह, नड्डा, बीएल संतोष और धर्मेंद्र प्रधान के साथ बैठक में मंत्रियों के नामों पर मुहर लगेगी।

इन्हें फिर मिलेगा मौका

योगी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, चिकित्सा मंत्री जय प्रताप सिंह, औद्योगिक विकास मंत्रर सतीश महाना, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, एमएसएमई सिद्धार्थनाथ सिंह, जितिन प्रसाद, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर, जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र चौधरी को फिर जगह मिल सकती है। राज्यमंत्री रहे संदीप सिंह, बदलेव सिंह औलख, मोहसिन रजा और गुलाब देवी को भी फिर मौका मिल सकता है।

यह नए चेहरे भी होंगे प्रभावी

पूर्व एडीजी और कन्नौज सदर से विधायक असीम अरुण, उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल और आगरा ग्रामीण की विधायक बेबीरानी मौर्य, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा, ईडी के पूर्व संयुक्त निदेशक एवं सरोजनी नगर से विधायक राजेश्वर सिंह को भी मंत्री बनाया जा सकता है। साहिबाबाद से सर्वाधिक मतों से जीते सुनील शर्मा, नोएडा से 1.80 लाख से अधिक मतों से जीते पंकज सिंह को भी मंत्री बनाया जा सकता है।

केशव-दिनेश पर फैसला शीर्ष नेतृत्व करेगा

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा को बनाए रखने का निर्णय पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा। मौर्य समाज को साधे रखने के लिए केशव को कैबिनेट मंत्री या उप मुख्यमंत्री बनाए रखने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। वहीं, दिनेश शर्मा संगठन में रहेंगे या सरकार में, इसका निर्णय भी दिल्ली से होगा।भाजपा संसदीय बोर्ड ने यूपी में भाजपा विधायक दल नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पर्यवेक्षक और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को सह पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।

इसे भी पढ़ें..

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here