पंजाब । विधानसभा चुनाव में मतदान अभी पांच दिन बाद होगा। नतीजे आने के पहले इस बार भी कांग्रेस में सिरफोरवल्ल शुरू हो गई। पंजाब में मतदान के पांच दिन पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार के पार्टी छोड़ने के बाद जी-23 के नेताओं ने एक बार फिर कांग्रेस आलाकमान को नसीहत दी है। पूर्व कानून मंत्री के कांग्रेस से अलग होने पर आनंद शर्मा समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने दुख जताया। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी के लिए अच्छा नहीं है। हालांकि कांग्रेस की तरफ से कोई बयान अब तक नहीं आया है।
‘पार्टी को आत्ममंथन की जरूरत’
अश्चिनी कुमार के पार्टी छोड़ने पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि एक के बाद एक नेता पार्टी छोड़ रहा है और यह चिंता का विषय है। आजाद, राज्यसभा में कांग्रेस के डिप्टी लीडर आनंद शर्मा, लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि इस समय पार्टी को आत्ममंथन करने की जरूरत है। बता दें कि ये तीनों ही नेता जी 23 में शामिल हैं जिन्होंने अगस्त 2020 को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पार्टी में बदलवा करने के लिए पत्र लिखा था।
आजाद बोले, वजह तलाशनी जरूरी
आजाद कांग्रेस वर्किंग कमिटी के सदस्य हैं और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं। उन्होंने के कहा कि लोगों के जाने के पीछे वजह तलाशनी जरूरी है। ये नहीं कहना चाहिए कि किसी पार्टी या फिर किसी अकेले शख्स की वजह से लोग पार्टी छोड़ रहे हैं। पार्टी में जरूर कुछ कमी होगी जिससे बड़े नेताओं को परेशानी हो रही है। मनीष तिवारी ने भी कुमार के पार्टी छोड़ने को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया, इससे पार्टी को गहरा झटका लगा है।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने ट्वीट कर कहा, ‘अश्विनी कुमार के कांग्रेस छोड़ने की खबर दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है। वे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार से हैं और मेरे पुराने दोस्त हैं।’ आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा,’अश्विनी कुमार के कांग्रेस छोड़ने से दुखी हूं। दुर्भाग्यपूर्ण है कि पार्टी के लिए चार दशक काम करने वाले ने आज पार्टी का साथ छोड़ दिया। ये सबके लिए चिंता का विषय है।
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