लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव में फतेह हासिल करने के लिए पार्टियां दागी उम्मीदवारों को भी टिकट देने से परहेज नहीं कर रही है। इसी क्रम में सपा ने कई दागी उम्मीदवारों को टिकट देकर मैदान में उतारा है। जिस पर बवाल मचा हुआ है। आपकों बता दें कि रेप के आरोप में सजा काट रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी को सपा ने अमेठीे से उम्मीदवार बनाया है, इसके बाद से सवाल उठने लगे है।
गायत्री प्रजापति की पत्नी को सपा ने दिया टिकट
गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी प्रजापति को सपा ने रायबरेली की अमेठी विधान सभा सीट से मौका दिया है। सपा ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में महाराजी प्रजापति के नाम की घोषणा की। आलोचना के बाद अखिलेश यादव ने सफाई दी है। एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में अखिलेश ने कहा कि गायत्री प्रजापति की पत्नी के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं है, केस उनके पति के खिलाफ है।
आजम और नाहिद का भी किया बचाव
अखिलेश यादव ने जेल से चुनाव लड़ रहे आजम खान और नाहिद हसन का भी बचाव किया है, उन्होंने कहा कि इन नेताओं के खिलाफ भाजपा शासन में झूठे मुकदमे दर्ज किए गए। वहीं, बीजेपी सपा पर लगातार हमलावर है, बीजेपी ने सपा पर दागी और आपराधिक छवि वाले नेताओं को टिकट देने का आरोप लगाया है।
अखिलेश ने भाजपा पर लगाया आरोप
इन आरोपों पर अखिलेश यादव ने कहा कि आजम खान के खिलाफ अधिकतर केस बीजेपी शासन में दर्ज किए गए, नाहिद हसन के खिलाफ भी अधिकतर केस बीजेपी शासन में दर्ज हुए हैं। नाहिद हसन वेस्ट यूपी की कैराना विधान सभा सीट से सपा के प्रत्याशी हैं। वहीं, आजम खान रामपुर विधान सभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। बीजेपी दागी उम्मीदवारों पर लगातार सपा को घेर रही है।
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