IIT कानपुर के वैज्ञानिक का दावा: यूपी में गुजर गया कोरोना की तीसरी लहर का पीक

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यूपी में कोरोना की तीसरी लहर का पीक गुजर चुका है। निरन्तर यहां अब संक्रमित केसों के आंकड़ों में कमी देखने को मिलेगी। हालांकि दावा यह भी किया गया है कि अभी केरल, असम, जम्मू समेत कुछ प्रदेशों में पीक अभी आना बाकी है।

लखनऊ। यूपी में कोरोना की तीसरी लहर का पीक गुजर चुका है। निरन्तर यहां अब संक्रमित केसों के आंकड़ों में कमी देखने को मिलेगी। हालांकि दावा यह भी किया गया है कि अभी केरल, असम, जम्मू समेत कुछ प्रदेशों में पीक अभी आना बाकी है। ऐसे में इन राज्यों में केसों की संख्या में तेजी से इजाफा देखने को मिल सकता है।

दरअसल यह दावा IIT कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने अपने गणितीय मॉडल सूत्र की स्टडी के आधार पर किया है। उनके मुताबिक केरल में पीक के समय एक लाख केस प्रति दिन आने की संभावना है। उनकी रिपोर्ट के अनुसार देश में भी कोरोना तीसरी लहर का पीक आ चुका है।

रोजाना पूरे देश में संक्रमितों के नए केस की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही जब पूरे देश में संक्रमितों की संख्या बढ़ेगी तो उतनी ही तेजी से यह ग्राफ नीचे भी आएगा।

यूपी समेत इन राज्यों में पीक गुजरने का दावा

मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक यूपी, बिहार, दिल्ली, झारखंड में कोरोना का पीक आ चुका है। बताया गया कि यूपी में केसों की संख्या में कमी आ रही है। यूपी में 19 जनवरी और बिहार में 18 जनवरी को पीक का दावा किया गया। वहीं प्रो. अग्रवाल के मुताबिक मध्य प्रदेश में नए चरण को बेहतर तरीके से कैप्चर किया गया है,

हालांकि यह अभी पूरी तरह से स्थिर नहीं है। बताया गया कि 25 या 26 जनवरी को चरम पर पहुंचने की उम्मीद है। यदि यह तब भी पीक पर नहीं पंहुचा तो फिर 28 जनवरी से यहां पीक शुरू हो जाएगा।

प्रो. अग्रवाल पहले भी कर चुके हैं सटीक आंकलन

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रो. अग्रवाल ने सोमवार को कई अन्य प्रदेशों के पीक व संक्रमित केसों को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक केरल में 7 फरवरी, जम्मू में 28 जनवरी, असम में 27 जनवरी व मध्य प्रदेश में 25 या 26 जनवरी को पीक आएगा। बताया गया,

कि इस दौरान केरल में सबसे अधिक एक लाख केस आने की संभावना है। अन्य प्रदेशों में 7 से 9 हजार संक्रमित केस रोजाना आएंगे। गौरतलब है कि आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो मणींद्र अग्रवाल ने अपने गणितीय मॉडल सूत्र के माध्यम से कोरोना संक्रमण को लेकर स्टडी कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक कोरोना की पहली और दूसरी लहर में काफी हद तक उनका आंकलन काफी हद तक सटीक बताया गया था। इसे केंद्र और कई राज्यों की सरकारों ने भी स्वीकार किया था। बता दें कि प्रो अग्रवाल की रिपोर्ट तीसरी लहर में भी यूएस व यूके के लिए भी सच साबित हुई और अब प्रो. अग्रवाल ने देश के विभिन्न प्रदेशों की रिपोर्ट प्रस्तुत की है।

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