मुंबई। अब एक नए ग्रुप का खुलासा हुआ है। जिसमें आनलाइन महिलाओं की बोली लगाई जाती थी। मामले में पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों को धरदबोचा है। मामले की जांच जारी है। दरअसल बुली बाई और सुली डील्ज़ के बाद एक और ग्रुप सामने आया है, जिसे क्लब हाउस के नाम से जाना जाता था।
बताया गया कि इस ग्रुप के लोग महिलाओं के लिए अश्लील शब्दों का इस्तेमाल करते थे। साथ ही महिलाओं के एक एक अंग की भी बोली लगाई जाती थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुणे की एक महिला की शिकायत के बाद मुंबई साइबर सेल ने अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ IPC की धारा 153(a), 295(a), 354(a), 354(d),
और IT की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया था। वहीं मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर मिलिंद भारम्बे के मुताबिक कम इस मामले की जांच के दौरान कई कुछ टेक्निकल जानकारी मिली। बताया गया कि इसका हमारी टीम ने विश्लेषण किया और इसके बाद हमने इस मामले में 3 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
कम उम्र के हैं तीनों आरोपी
वहीं साइबर सेल द्वारा इस मामले में गिरफ़्तार किए गए आरोपी का नाम Kla XD उर्फ़ आकाश है। ये ग्रुप का एक मोडरेटर और मुख्य प्रवक्ता था, इसके 2 ग्रुप थे। बताया गया कि आकाश की उम्र महज 19 साल है। वहीं मामले में गिरफ़्तार दूसरे आरोपी का नाम जैशनव क़क्कर है, जिसकी उम्र 21 साल है। ये B.com का विद्यार्थी है,
और इस मामले में गिरफ़्तार तीसरे आरोपी का नाम यश पराशर है, जिसकी उम्र 22 साल है ये लॉ का विद्यार्थी है जिसे फ़रीदाबाद से गिरफ़्तार किया गया है। वहीं साइबर सेल के एक अधिकारी के मुताबिक इस ग्रुप में हो रही बातचीत में कई महिला भी शामिल थीं, उसमें से जो लोग बातचीत कर रहे हैं, उनका ऑडियो सुनकर टेक्निकल विश्लेषण करके उनकी पहचान कर ली गई है।
जांच यूं बढ़ रही आगे
बताया गया कि जांच के दरम्यान यह भी पता चला है कि 16 जनवरी और 19 जनवरी को आरोपियों ने चैट के दो रूम बनाए थे जहां महिलाओं के लिए अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया जाता था। इन दोनों ग्रुप्स को आकाश ही होस्ट करता था। एक अधिकारी के मुताबिक इस ग्रुप में लोग महिलाओं के शरीर के अलग-अलग हिस्से की बोली लगाते थे,
और जांच के दौरान पुलिस को कुछ ऑडियो भी मिले हैं जिसका विश्लेषण किया जा रहा है। इस मामले में कुछ लोगों ने आरोपियों को पैसे भी भेजे हैं। बताया गया कि पुलिस को UPI की जानकारी भी मिली है। मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया,
कि इस मामले में गिरफ़्तार यश के पिता हरियाणा के भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा हैं और उन्होंने हरियाणा से भाजपा के लिए चुनाव भी लड़ा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस जब उसे हिरासत में लेने जा रही थी तब कई रुकावटें आई थीं, लेकिन मुंबई पुलिस ने किसी तरह से आरोपी यश को हिरासत में लिया और उसे कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद उसकी 2 दिन की ट्रांज़िट रिमांड पुलिस को मिली है।
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