लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 2021 का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में एसटीएफ ने प्रश्नपत्र छापने का ठेका लेने वाली दिल्ली की कंपनी के निदेशक राय अनूप प्रसाद को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है। मालूम हो कि दिल्ली के बदरपुर स्थित आरएसएम फिनसर्व लिमिटेड ने प्रश्नपत्र छापने का ठेका लिया था। दिल्ली में प्रश्न पत्र छापने वाली प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राय अनूप प्रसाद की ओखला में प्रिंटिंग प्रेस है।
प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ पेपर
यूपी एसटीएफ की जांच में सामने आया कि कंपनी के निदेशक अनूप ने ठेका लेने के बाद दिल्ली की ही एक दूसरी प्रिंटिंग प्रेस में पेपर छपवाए थे और इस दौरान ही पेपर लीक हो गया। इस मामले में कुछ अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। एसटीएफ जल्द ही कुछ अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार कर सकती है। कंपनी के असुरक्षित ढंग से पेपर छपवाने के साथ ही प्रश्नपत्र विभिन्न जिलों की ट्रेजरी में पहुंचाए जाने के दौरान भी लापरवाही बरते जाने की बात सामने आई है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि अब तक की छानबीन में किसी जिले में पेपर की सील खुली होने की बात सामने नहीं आई है। कई बिंदुओं पर छानबीन जारी है।
पूछताछ के लिए 29 नवंबर को बुलाया गया था
आपकों बता दें कि एसटीएफ की नोएडा इकाई ने यह कार्रवाई की है। एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि जांच में सामने आया कि टीईटी 2021 के प्रश्नपत्र के मुद्रण के लिए 26 अक्टूबर 2021 को सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी, प्रयागराज ने मोहन कापरेटिव एरिया फेस-टू, बदरपुर दिल्ली स्थित आरएसएम फिनसर्व लिमिटेड कंपनी के निदेशक राय अनूप प्रसाद को वर्क आर्डर दिया गया था। पेपर लीक होने में अनूप प्रसाद की भूमिका सामने आने पर उसे 29 नवंबर को ही एसटीएफ के नोएडा कार्यालय बुलाया गया था, जहां लंबी पूछताछ के बाद अनूप प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में आरोपित अनूप प्रसाद ने बताया कि उसके पास पेपर प्रिंट करने के लिए अपनी कोई सुरक्षित व्यवस्था नहीं थी। वर्क आर्डर हासिल करने के बाद उसने एक अन्य प्रिंटिंग प्रेस में प्रश्नपत्र छपवाए थे। प्रश्नपत्र के मुद्रण के दौरान गोपनीयता व सुरक्षा मानकों की सीधी अनदेखी सामने आने पर अनूप प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसटीएफ ने गौतमबुद्धनगर के सूरजपुर थाने में अनूप प्रसाद व चार अन्य आरोपितों के विरुद्ध धोखाधड़ी व आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। अनूप प्रसाद के चार अन्य साथियों की भी तलाश की जा रही है।
सचिव पर भी गिरी गाज
वहीं सरकार ने सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी को इस पूरे मामले में पहली नजर में दोषी माना है। उनके खिलाफ अब अनुशासनिक कार्रवाई भी की जाएगी। इस परीक्षा को कराने की जिम्मेदारी सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ही थी।परीक्षा नियामक प्राधिकारी के अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी सही से नहीं निभाई और दिल्ली की गैर जिम्मेदार एजेंसी आरएसएम फिनसर्व लिमिटेड को पेपर प्रिंट कराने की जिम्मेदारी सौंप दी।
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