- योगी सरकार की नकलविहीन व पारदर्शी परीक्षा का ढिंढोरा पीटना भी एक जुमला ही साबित हो रहा है। दिलीप कुमार
लखनऊ। यूपीटीईटी 2021की परीक्षा रद्द होने पर ऑल इण्डिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन (AIDSO) के उत्तर प्रदेश राज्य सचिव श्री दिलीप कुमार ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि 28 नवम्बर 2021 को आयोजित यूपीटीईटी के पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द करने की वजह से प्रदेश के छात्र व युवा वर्ग को एक बार फिर कठिन समस्याओं का सामना करना पड़ा। इस घटना से यह साफ हो गया कि प्रदेश में नकल माफियाओं का जाल कितनी दूर तक फैल चुका है।
प्रदेश सरकार पूरी तरह से फेल
सरकार की नकलविहीन व पारदर्शी परीक्षा का ढिंढोरा पीटना भी एक जुमला ही साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि दूर दराज बनाये गये परीक्षा केंद्रों पर रात में खुले आसमान के नीचे भयंकर ठंड से जुझते हुए परीक्षार्थियों को सुबह परीक्षा कक्ष में परीक्षा रद्द होने का फरमान सुनाना यह सरकार व प्रशासन की निष्क्रियता का प्रमाण है। जाहिर है कि उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। अभ्यर्थियों को इस तरीके के संकट का सामना बार-बार करना पड़ रहा है, जिससे छात्र समुदाय बहुत व्यथित है।
उन्होंने कहा कि छात्र समुदाय को इस घटना से मानसिक रूप से जो आघात पहुंचा उनके दर्द में AIDSO अपनी सहानुभूति प्रकट करते हुए उन परीक्षार्थियों को मुवावजा दिए जाने सहित निम्न मांग करता है-
- यूपीटीईटी-2021 पेपर लीक मामले से संबंधित सभी नकल गैंग माफियाओं व संलिप्त लोगों को तत्काल गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए
- अभ्यर्थियों को हर्जाना स्वरूप आर्थिक रूप से ₹5000 की तत्काल सहायता प्रदान की जाए। 3- भविष्य में प्रतियोगी परीक्षाओं को पारदर्शितापूर्ण संचालित करने में सरकार पुख्ता इंतजाम करे।
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