लखनऊ। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने सूबे में कानून—व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि कानून व्यवस्था की पंगुता पर झूठ पर झूठ बोलना बन्द करे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मण्डल डॉ. गिरीश ने भाजपा और उसके शीर्षस्थ नेत्रत्व पर आरोप लगाया है ।
वे उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को दुरुस्त बता कर भुक्त भोगी उत्तर प्रदेश की जनता के घावों पर नमक छिड़क रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेत्रत्व के निर्लज्ज और झूठे दावों के विपरीत सच तो यह है कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज कायम है।
जिन बालिकाओं और महिलाओं के निर्भयतापूर्वक स्कूल जाने के दावे मुख्यमंत्री अपने बयानों और सरकारी धन से दिये जा रहे विज्ञापनों में कर रहे हैं वे दाबे न केवल खोखले हैं बल्कि कड़वे सच पर पर्दा डालने वाले हैं। भाकपा राज्य सचिव डॉ. गिरीश ने कहा,
कि गत दिनों जब केन्द्रीय गृह मंत्री उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री की तारीफ़ों के पुल बांध रहे थे और बड़बोले मुख्यमंत्री अपराधियों को भयाक्रांत करने के अपने खोखले दावों पर अपनी पीठ खुद थपथपा रहे थे, उस वक्त भी,
उत्तर प्रदेश में कई होनहार छात्राओं महिलाओं से दरिंदगी तथा उनमें से एक की हत्या करने की दिल दहलाने वाली घटनाएं घट रही थीं। उनके मुताबिक गत शनिवार को ही जनपद- पीलीभीत के थाना- बरखेड़ा के एक गाँव की कक्षा 12वीं की 16 वर्षीय छात्रा अपनी माँ को सुबह साढ़े नौ बजे तक लौटने की कह कर कोचिंग सेंटर के लिए निकली थी।
दरिंदों ने दिन दहाड़े उससे गन्ने के खेत में बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी। परिवार को सोलह घंटे बाद उसका लहूलुहान शव नग्नावस्था में मिला। भाकपा द्वारा जारी बयान में बताया गया कि होनहार इस छात्रा ने हाई स्कूल की परीक्षा A ग्रेड में पास की थी और वह डाक्टर बन समाज सेवा करना चाहती थी।
डॉ. गिरीश ने दिन रात झूठ की फसल उगाने वाले मुख्यमंत्री से सवाल किया है कि क्या वे इस छात्रा के सपने लौटा देंगे? क्या उस परिवार को उनकी होनहार बेटी लौटा देंगे? बताया गया कि इसी दिन हुयी एक अन्य घटना भी भगवाइयों के रामराज्य के प्रपोगंडा की कलई खोल कर रख देती है।
दिन दहाड़े ही लखीमपुर जनपद के खीरी थानान्तर्गत एक गाँव की एक 16 वर्षीय छात्रा स्कूल से घर लौट रही थी, कि गाँव के बाहर छात्रा को अकेला देख दो लोग उसे खेत में खींच ले गये और छात्रा से सामूहिक बलात्कार किया। किसी तरह दरिंदों के चंगुल से छूट छात्रा घर पहुंची और आपबीती से परिजनों को अवगत कराया।
वहीं बरेली जनपद के मोरादाबाद क्षेत्र की घटना मुख्यमंत्री के इस दाबे को तार तार कर देती है कि उत्तर प्रदेश के अंदर अपराधी थर थर काँप रहे हैं। क्षेत्र की एक पीड़ित महिला द्वारा कल किये खुलासे के अनुसार 8 व्यक्तियों ने उसके साथ जबरन बलात्कार किया और वीडियो बना लिया।
महिला को मुंह बन्द रखने की धमकी दी और मजबूरन वह खामोश रही। पर भयमुक्त दरिंदों ने उसको आन लाइन वीडियो भेज सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी तो महिला को मुंह खोलना पड़ा, और उसने एफ़आईआर दर्ज कराई। डॉ. गिरीश ने कहा कि योगीराज में दरिन्दे विकलांग बच्चियों पर भी रहम करने को तैयार नहीं हैं।
वहीं बदायूं जनपद के दातागंज क्षेत्र में 11 और 14 वर्ष के दो नाबालिग लड़के विकलांग 14 वर्षीय बच्ची को उस समय घर से उठा कर गन्ने के खेत में ले गये जब वह घर में अकेली थी। दोनों ने बारी बारी से उसके साथ बलात्कार किया। बालिका दायें पैर से अपंग थी और चल भी नहीं सकती थी।
उनके मुताबिक उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बालिकाओं के साथ ऐसे जघन्य क्रत्य हर दिन हो रहे हैं और प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंती आदि सभी उत्तर प्रदेश के हालातों पर झूठ पर झूठ बोले जा रहे हैं। भाकपा ने सभी अपराधियों को जेल के सींखचों के पीछे पहुंचाने, उन्हें कड़ी सजा दिये जाने,
पीड़ित्त परिवारों को समुचित मुआबजा दिये जाने और संबंधित थानों के पुलिसकर्मियों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी सजा दिये जाने की मांग की है। भाकपा ने कहा कि नैतिकता का तकाजा तो यह है कि मुख्यमंत्री जनता के समक्ष अपनी असमर्थता स्वीकार करें,
और इन बालिकाओं के अभिभावकों के पास पहुँच उनसे माफी मांगें ताकि उनके जख्मों पर मरहम लग सके। उन्होंने कहा कि भाकपा ने घटना वाले जिलों की अपनी इकाइयों को निर्देश दिया है कि वे पीड़ित परिवारों से मिलें, उन्हें ढाढ़स बंधाएं और उन्हें न्याय दिलाने को हर संभव कदम उठाएं।
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