फिरोजाबाद। योगी सरकार के लिए डेंगू बुखार मुसिबत बनता जा रहा है। सरकार की लाख कोशिश के बाद भी मरने वालों की संख्या नहीं थम रहीं।रोज मरने वालों की संख्या बढ़ रहा है। शुक्रवार को भी मौतों का सिलसिला जारी रहा। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 24 घंटे में चार बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक मैनपुरी की किशोरी भी शामिल है। शुक्रवार को सरकारी ट्रामा सेंटर में दम तोड़ने वाली महिला के घर वालों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया।
इन लोगों की हुई मौत
शुक्रवार को सिरसागंज क्षेत्र के गांव नगला भगवंत निवासी उर्मिला (50) पत्नी एबरन सिंह को गुरुवार रात शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत में सुधार न होने पर घर वाले दोपहर डेढ़ बजे सरकारी ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे, वहां मौत हो गई। उसके पति व अन्य घर वालों ने महिला की मौत के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को जिम्मेदार ठहराया। आरोप था कि काफी देर तक डॉक्टर इलाज करने नहीं पहुंचे। शाम पांच बजे तक सौ शैया अस्पताल में 120 मरीज भर्ती कराए गए। वहीं 102 को अस्पताल से छुट्टी दी गई। अस्पताल में कुल 404 मरीज भर्ती रहे। सौ शैय्या अस्पताल के कई बेड पर एक ही परिवार के दो बच्चे भर्ती रहे।
700 लोगों का लिया सैंपल
डेंगू की जांच कराने के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल के सेंट्रल पैथालोजी पर लोगों की लंबी कतार लगी रही। शुक्रवार को 700 से अधिक लोगों के खून का सैंपल लिया गया। बच्चे के खून का सैंपल लेने में लेटलतीफी का आरोप लगाते हुए पैथालोजी पर महिला तीमारदार ने हंगामा किया। सरकारी ट्रामा सेंटर पुलिस चौकी के प्रभारी डीपी सिंह ने पुलिस कर्मियों के साथ जाकर हंगामा शांत कराया।
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