लखनऊ: वात्सल्य ने ‘आधी आबादी’ को किया सम्मानित, महिलाओं के लिए की समान अवसर की वकालत

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कार्यक्रम में महिलाओं (आधी आबादी) को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर चर्चा करते हुए उन्हें पुरूषों के समान अवसर मिलने की वकालत भी की।

लखनऊ। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रदेश की जानी मानी संस्था ‘वात्सल्य’ व एचसीएल फाउण्डेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं (आधी आबादी) को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर चर्चा करते हुए उन्हें पुरूषों के समान अवसर मिलने की वकालत भी की। दरअसल वात्सल्य संस्था एवं एच.सी.एल. फाउण्डेशन के सहयोग से क्रियान्वित परियोजना,

”आओ बातें करें” के अन्तर्गत अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कार्यशाला का आयोजन होटल बेबियन इन, इन्दिरा नगर में किया गया। कार्यक्रम में लखनऊ की 12 स्लम से लगभग 100 किशोरियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि ट्विसी श्रीवास्तव (ज्वाइन्ट डायरेक्टर जेटीआरआई ) ज्यूडिसियल ट्रेनिंग रिसर्च इन्सिटीट्यूट लखनऊ ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।

इस अवसर पर अन्य विभागों की महिला अधिकारी जैसे महिला कल्याण अधिकारी वर्तिका शुक्ला, पुलिस विभाग से एसआई गीता सिंह, महिला चिकित्सक डा. अमिता कुमार, पीएनबी बैंक मैनेजर सुदिप्ता पाण्डेय, पूर्व ग्राम प्रधान विनीता वर्मा, पूर्व प्रधानाचार्य सलेहा खातून, एचसीएल उदय से एसोसिएट मैनेजर विनीत कुमार सिंह और रैनवो सोसाइटी की फाउन्डर स्वाती शर्मा आदि भी उपस्थित रही।

‘आधी आबादी’ हुई सम्मानित

कार्यशाला में ऐसी किशोरियों व महिलाओं को प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया जिन्होंने धरातल पर महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए सार्थक प्रयास किये हैं। मुख्य अतिथि ट्विसी श्रीवास्तव (ज्वाइन्ट डायरेक्टरजे.टी.आर.आई ) ज्यूडिसियल ट्रेनिंग रिसर्च इन्सिटीट्यूट लखनऊ द्वारा कार्यशाला में उपस्थित सदस्यों को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सशक्तीकरण की बात करते हुये सन्देश दिया,

और कहा कि महिलाओं को अपने हक के लिये पहले खुद से लड़ना होगा, ताकि वह दुनिया से लड़ने में मजबूत हो सके। आपको यह स्वीकार करना चाहिए कि आप आत्म सम्मान बनाये रखने के लिये जीवन में सशक्त हैं । महिलाओं के रूप में लिया जाने वाला पहला महत्वपूर्ण कदम आत्म विश्वास बढ़ाकर आत्म सम्मान हासिल करना,

अपना महत्व समझना एवं अपनी देखभाल कर अपना सम्मान करना है। आत्म सम्मान के विकास में अपनी अंदरूनी शक्ति को प्रभावशाली विचारों से सजाना है। इसके साथ ही ट्विसी श्रीवास्तव द्वारा अपनी जीवन में आयी कठिनाइयों को सभी के साथ साझा किया।

महिलाओं को मिले समान अवसर: डॉ. नीलम सिंह

वहीं डा. नीलम सिंह, चीफ फन्क्शनरी, वात्सल्य ने महिलाओं को सन्देश दिया कि समाज में महिलाओं और पुरूषों में कोई कम्पटीशन नहीं चल रहा है। यदि महिलाओं को पुरूषों के समान अवसर मिले तो वे भी कदम से कदम मिलाकर चलेंगी जिससे समाज में उन्नति का पथ प्रदर्शित होगा। वहीं एचसीएल फाउण्डेशन से एसोसिएट मैनेजर विनीत कुमार सिंह ने किशोरियों को आगे बढने के लिये प्रेरणादी एवं उनका उत्साह वर्धन किया।

कार्यक्रम में पुलिस विभाग से एसआई गीता सिंह द्वारा अपने जीवन के अनुभवों के बारे में बताया कि उन्हें पुलिस विभाग में कार्य करने की प्रेरणा कैसे मिली एवं विभाग में कार्य करने तक का सफर कैसा था, साझा किया। वात्सल्य से जुड़कर उन्होंने प्राप्त किये अनुभवों को प्रतिभागियों के साथ साझा किया।

बालिकाओं और महिलाओं को अपने जीवन में आगे बढने के लिये किन बातों का ध्यान रखना चााहिए यह भी बताया। इसी क्रम में रैनवों सोसाइटी की फाउंडर स्वाती शर्मा द्वारा अपने संघर्षों पूर्ण रहे जीवन के बारे में चर्चा करते हुये सभी को कठिनाइयों से लड़ते हुये आगे बढ़ने का सन्देश दिया गया।

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