गाजीपुर।यूपी विधानसभा चुनाव में सातवें चरण के मतदान के लिए प्रचार का दौर अपने चरम की तरफ बढ़त जा रहा है। इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सोनभद्र के बाद गाजीपुर में जनसभा को संबोधित किया। भोजपुरी में भाषण की शुरुआत कर मनोज सिन्हा और कृष्णानंद राय का जिक्र कर जनता से अपना नाता जोड़ा।आरटीआई मैदान में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यूपी के विकास के लिए डबल इंजन सरकार को आपका एक-एक वोट नई ऊर्जा देगा। आपका एक-एक वोट उन घोर परिवारवादियों को भी करारा जवाब देगा। ये घोर परिवारवादी, जिन्होंने इस क्षेत्र को इतने दशकों तक विकास से वंचित रखा।
गाजीपुर की जनसभा में पीएम मोदी ने कहा कि परिवारवादियों ने अपने स्वार्थ में इस पुण्य क्षेत्र की पहचान बदलकर रख दी थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि परिवारवादियों के शासन में यहां की पहचान माफिया और बाहुबली बन गए थे। यहां की पहचान बदलने वालों को सजा देने का मौका आ गया है। ऐसे लोगों को माफ नहीं करना है। आपको वोट देकर सजा देनी है।
दंगों के दौरान खुली जीप में घूमने वाले आज घुटनों पर
पीएम मोदी ने कहा कि परिवारवादियों के राज में क्या कुछ नहीं हुआ था। इन घोर परिवारवादियों ने हमारे दलित भाई बहनों की बस्तियां जलाई थी। गाजीपुर के लोग वो दौर भी नहीं भूले जब हमारे एक होनहार साथी कृष्णानंद राय को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। दंगों के दौरान खुली जीप में घूमने वाले आज घुटनों पर हैं। पहले की सरकारों के समय जो दहशत थी, उसकी जगह अब गरीबों के कल्याण ने ले ली है।
महिलाओं को दी शौचालय की सौगात
पीएम मोदी ने आगे कहा कि ये वही परिवारवादी हैं जो शौचालय की बात करने पर हम लोगों का मजाक उड़ाते थे। इन परिवारवादियों को हमारी माताओं बहनों की असहनीय पीड़ा भी कभी समझ नहीं आई। इस पीड़ा को दूर करने का काम भी हमारी सरकार ने किया है।घोर परिवारवादी चाहते हैं कि हमारे देश का गरीब, यहां के नागरिक जातियों में बिखर जाएं, ताकि उनका खेल चलता रहे। लेकिन आपको इनको बता देना है कि आपके लिए अपने क्षेत्र, अपने देश का विकास, अपने बच्चों का उज्ज्वल भविष्य सर्वोपरि है।
पांच लाख से अधिक छोटे किसानों को राहत
हमारी सरकार छोटे किसानों की जरुरतों पर भी ध्यान दे रही है। आज गाजीपुर के 5 लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में पीएम किसान सम्मान निधि के तहत करीब 850 करोड़ रुपये जमा किये गए हैं। भाजपा सरकार यूपी के 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रही है। इस पर देशभर में 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
यही काम इन घोर परिवारवादियों को करना होता, तो वो आपको दाने-दाने के लिए तरसा देते है और सारा पैसा खुद खा जाते। ये लोग इतने असंवेदनशील हैं कि दिव्यांग, वृद्ध और असहाय की पेंशन का पैसा भी खा जाते थे। आज भी इन लोगों की सोच वही है।इन लोगों की नजर आपके विकास के लिए आए हुए पैसों पर है। अब आप सभी को सही सरकार चुनकर विकास को आगे बढ़ाना होगा।
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