लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सातवें और अंतिम चरण के मतदान वाले क्षेत्रों के लिए बीजेपी ने देर शाम प्रत्याशियों की एक सूची जारी की है। इस सूची में नौ प्रत्याशियों का नाम है। यह प्रत्याशी आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर तथा चंदौली जिले के हैं।
भाजपा केन्द्रीय चुनाव समिति के नाम फाइनल कर देने के बाद भाजपा केन्द्रीय कार्यालय के प्रभारी राज्यसभा सदस्य अरुण सिंह ने शनिवार को नौ प्रत्याशियों के नाम वाली सूची जारी की है। भाजपा ने आजमगढ़ के मुबारकपुर से अरविंद जायसवाल, मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना सुरक्षित सीट से पूनम सरोज, मऊ के मऊ सदर से अशोक सिंह, जौनपुर के मछलीशहर सुरक्षित सीट से मिहिलाल गौतम, गाजीपुर के जहूराबाद से कालीचरण राजभर, चंदौली के मुगलसराय से रमेश जायसवाल, चंदौली के चकिया सुरक्षित सीट से कैलाश खरवार, सोनभद्र के घोरवाल से अनिल मौर्य तथा राबर्टसगंज के ओबरा सुरक्षित सीट से संजीव गोंड को प्रत्याशी बनाया है।
मऊ में भाजपा विधायक का टिकट कटा
मऊ से भाजपा विधायक का टिकट का काटकर इस बार पार्टी ने मुख्तार के खिलाफ अशोक सिंह का उतारा है। मुहम्मदाबाद गोहना के घोषित प्रत्याशी विधायक श्रीराम सोनकर का टिकट काटकर पूनम सरोज पर विश्वास जताया है। पहले की सूची में विधायक श्रीराम के प्रत्याशी घोषित होने से विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों गांवों में स्थानीय लोगों ने जबरदस्त विरोध करते हुए पुतला दहन किया था। इसका संज्ञान लेते हुए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने विधायक का टिकट काटकर स्थानीय प्रत्याशी को टिकट दिया है।
पूर्वांचल की सबसे चर्चित सीट मऊ सदर पर मुख्तार अंसारी के खिलाफ भाजपा ने कैथवली निवासी अशोक सिंह को उम्मीदवार बनाया है। 2009 में गाजीपुर तिराहा पर यूनियन बैंक के पास पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार प्रेमप्रकाश सिंह मन्ना की ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मन्ना सिंह के भाई अशोक सिंह मुख्य गवाह थे। 2017 विधानसभा के पूर्व अशोक सिंह ने भाजपा की सदस्यता ली थी। 2017 में ही सदर सीट से प्रबल दावेदार थे परंतु भाजपा-सुभासपा गठबंधन में सीट सुभासपा के खाते में चले जाने से वे टिकट से वंचित हो गए थे।
जहूराबाद से ने कालीचरण मैदान में
भाजपा ने गाजीपुर की जहूराबाद सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओमप्रकाश राजभर को घेरने के लिए कालीचरण राजभर पर दांव खेला है, जो कि अच्छी पहचान रखते हैं। कालीचरण राजभर ने हाल ही में सपा छोड़कर भाजपा का दामन थामा है। वह दो बार बसपा से विधायक रह चुके हैं। सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर जहूराबाद से विधायक हैं। उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जीत हासिल की थी। उस वक्त सुभासपा और भाजपा का गठबंधन था।
इसके बाद राजभर को योगी कैबिनेट में जगह भी मिली थी, उन्होंने अलग राह अपना ली। इस बार सुभासपा का समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन है। भाजपा ने जहूराबाद से कालीचरण राजभर को प्रत्याशी घोषित किया है। कालीचरण एक माह पूर्व ही सपा छोड़कर भाजपा में आए। वर्ष 2002 में पहली बार बसपा की टिकट पर जहूराबाद से विधायक चूने गए। 2007 में दूसरी बार फिर से बसपा के टिकट पर ही जहूराबाद से विधायक बने। 2021 में समाजवादी पार्टी में चले गए और अब भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है।
मुबारकपुर से अरविंद को मिला मौका
भाजपा ने एकमात्र बची सीट पर भी शनिवार को अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी।मुबारकपुर विधानसभा सीट से गोरखपुर क्षेत्र के भाजपा उपाध्यक्ष अरविंद जायसवाल चुनाव लड़ेंगे। मूल रूप से सगड़ी तहसील के अजमतगढ़ स्टेट के रहने वाले 50 वर्षीय अरविंद ने मालटारी डिग्री कालेज से बीए और लखनऊ विश्वविद्यालय से वकालत की शिक्षा के बाद वर्ष 1991 में कांग्रेस से राजनीति की शुरुआत की थी और 2002 में अजमतगढ़ नगर पंचायत के चेयरमैन बने थे। उसी समय कांग्रेस ने विधानसभा सगड़ी से टिकट दिया तो चौथे नंबर पर सिमट गए थे। फिर 2012 में मौका मिला तो तीसरे स्थान पर रहे।2014 में लोकसभा का टिकट मिला, लेकिन सफलता नहीं मिली। युवक कांग्रेस और जिला कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके अरविंद ने वर्ष 2016 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और उसके बाद उन्हें क्षेत्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया।
मछलीशहर से मेंहीलाल मैदान में
जौनपुर की मछलीशहर सुरक्षित सीट से भाजपा ने 48 वर्षीय मेंहीलाल गौतम पर दांव लगाया है। शनिवार को पार्टी ने इन्हें प्रत्याशी घोषित कर अपनी दावेदारी मजबूत कर दी है। मेंहीलाल 2001 से भाजपा के आम कार्यकर्ता रूप में अपनी राजनीति की शुरुआत की है। वर्तमान में यह भाजपा जिला महामंत्री हैं। मछलीशहर क्षेत्र के मतरी मथुरा गांव निवासी मेंहीलाल 2010 से 2015 तक ग्राम प्रधान भी रहे। यह मुख्य रूप से नगर के सुजानगंज चौराहे पर टायर की दुकान चलाते हैं और घर पर खेती -बारी का कार्य करते हैं। तीन भाइयों में सबसे छोटे मेंहीलाल इंटर तक शिक्षा ग्रहण की है।
घोरावल से अनिल मौर्या को उतारा
पार्टी ने समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड को ओबरा व विधायक अनिल मौर्या को घोरावल से प्रत्याशी घोषित किया है। संजीव गोंड़ पहली बार भाजपा के टिकट पर ओबरा से 2017 में विधायक चुने गए थे। इसके बाद वर्ष 2021 में विस्तार में समाज कल्याण राज्यमंत्री का दर्जा दिया। घोरावल विधानसभा सीट पर पार्टी ने विधायक अनिल मौर्य पर ही भरोसा जताया है। अनिल मौर्य बसपा से दो बार विधायक रह चुके हैं। विधानसभा चुनाव में अनिल मौर्या पांचवी बार अपनी किस्मत आजमाने मैदान में उतर रहे हैं।
इन जिलों में होगा सातवें चरण में मतदान
उत्तर प्रदेश में सातवें चरण का मतदान सात मार्च को होना है। जिसके लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है, जो कि 17 फरवरी तक चलेगी। सातवें तथा अंतिम चरण में नौ जिले आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, संत रविदास नगर, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, चंदौली तथा सोनभद्र के 54 विधानसभा क्षेत्र में मतदान होगा। इन क्षेत्रों में नामांकन की अंतिम तिथि 17 फरवरी को है। पत्रों का 18 फरवरी तक जांच होगी तो नाम वापसी की अंतिम तिथि 21 फरवरी रखी गई है।
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