लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने बुधवार को केन्द्रीय कार्यालय 8 माल एवेन्यू, लखनऊ पर प्रेसवार्ता के दौरान कहा है कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को दृष्टिगत रखते हुए 5 राज्यों में चुनाव के फैसले के खिलाफ लोकदल सुप्रीम कोर्ट जायेगा।
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 11,089 कोरोना केस दर्ज किए गए हैं और यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 06 प्रतिशत हो गया है। नए कोरोना के मरीजों में करीब आधे ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं। देश के कई हिस्सों में इसका कम्युनिटी ट्रांसमिशन भी शुरू हो चुका हैै।
बंगाल चुनाव में भी बिगड़े थे हालात
उन्होंने बताया कि देश और विदेश के एक्सपर्ट लगातार भारत में ओमिक्रॉन की सुनामी आने की चेतावनी दे रहे हैं। संक्रमण रोकने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराने की जरूरत महसूस की जा रही है। ऐसे में चुनाव होने से इसमें और इजाफा हो सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में ऐसा ही हुआ था,
जिसका खामियाजा बंगाल राज्य को चुकाना पड़ा था। राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने आगे कहा है कि हाईकोर्ट ने पहले से कहा है कि संभव हो सके तो फरवरी में होने वाले चुनाव को एक-दो माह के लिए टाल दें, क्योंकि जीवन रहेगा तो चुनावी रैलियां, सभाएं आगे भी होती रहेंगी।
उनके मुताबिक जीवन का अधिकार हमें भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 में बताया गया है। हाईकोर्ट ने कोरोना के तेजी से फैलने और इसकी वजह से लगातार बढ़ते खतरे पर मीडिया में आई खबरों का हवाला भी दिया था, लेकिन सरकार के दबाव में चुनाव आयोग कठपुतली बनकर बैठा है।
चुनाव स्थगित करने पर होना चाहिए विचार
कोरोना की वजह से दुनिया भर में चुनाव टले हैं। इसलिए ऐसे लग रहा था कि चुनाव आयोग कुछ महीनों के लिए चुनाव टाल सकता है, लेकिन चुनाव आयोग ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के विचार से सहमति नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से सुप्रीम कोर्ट भी वर्चुअल मीटिंग ले रहा है ऐसे में आम जनता कोरोना संक्रमण से कैसे बच सकती है।
जबकि डाक्टर और विशेषज्ञों के आकलन अनुसार फरवरी 2022 में कोरोना की तीसरी लहर अपनी चरम पर होगी। इस परिस्थति में चुनाव आयोग द्वारा चुनाव करवाना उचित नहीं है। महामारी बहुत खतरनाक स्तर तक जा सकती है। ऐसी स्थिति में चुनाव आयोग को चुनाव को स्थगित करने पर विचार करना चाहिए।
अबकी बार किसानों की होगी सरकार
वहीं उन्होंने कहा कि भाजपा की बी टीम सपा, बसपा ने 15 साल प्रदेश को लूटा है। यही कारण है कि सभी सुविधाएं उपलब्ध होने के बाद भी प्रदेश पिछड़े क्षेत्रों में गिना जाता है। गांव की दशा नहीं बदली सरकार की कार्य प्रणाली के चलते लोग परेशान हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों, गरीबों और युवाओं को ठगा है साथ ही साथ पूर्व की सरकार ने भी नहीं छोड़ा। सरकार ने युवा के लिए कुछ नहीं किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सौ से अधिक योजनाएं गरीबों के लिए शुरू की हैं, जो कागजों में और विज्ञापनों में दिखाई देते हैं धरातल पर नहीं ।
उनके मुताबिक वर्तमान की सरकार एवं पूर्ववर्ती सरकारों ने अपराधी पाले है। जिससे पूरा प्रदेश डरा हुआ है अपराधी कानून व्यवस्था को अंगूठा दिखा रहे हैं इस गंदगी को साफ करने के लिए विधानसभा 2022 के चुनाव में लोकदल को चुनना होगा। उन्होंने कहा कि अबकी बार किसानों की सरकार चुननी होगी।
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