लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारतरत्न से सम्मानित अटल बिहारी बाजपेई के 97वें जन्म दिवस पर भाजपा नेता अमित पुरी के द्वारा कपूरथला प्रगति बाजार में स्व.अटलजी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के तत्पश्चात् बिस्कुट, समोसा वितरण करके चाय पर चर्चा की गई।
अटलजी का लखनऊ से रहा अटूट रिश्ता :अमित पुरी
कार्यक्रम आयोजक अमित पुरी ने कहा कि अटल जी लखनऊ से कई बार सांसद रहे और प्रधानमंत्री के रूप में चुने गये। अटलजी का लखनऊ से अटूट रिश्ता रहा है कई मौकों पर उन्होंने इस रिश्ते को सार्वजनिक तौर पर स्वीकारा भी। राजधानी की जनसभाओं में अटलजी कहा करते थे,
‘लखनऊ हम पर फिदा हम फिदा-ए-लखनऊ, आसमां की क्या है ताकत जो छुड़ाए लखनऊ’।
अटलजी ने कभी किसी को छोटा नहीं समझा: अवधेश गुप्ता
वहीं भाजपा के पूर्व मीडिया प्रभारी अवधेश गुप्ता छोटू ने कहा कि विश्व पटल पर भारत का मान बढ़ाने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी बाजपेई ने कभी किसी को छोटा नहीं समझा। उन्होंने इसका उल्लेख अपनी कविताओं के माध्यम से भी किया।
बताया कि अटलजी ने कहा था कि ‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता’। अवधेश गुप्ता छोटू ने बताया कि पार्टी की हार पर कभी उन्होंने कार्यकर्ताओं को निराश नहीं होने दिया और उन्होंने फिर लिखा— ‘क्या हार में क्या जीत में, किंचित नहीं भयभीत में, संघर्ष पथ पर जो मिला यह भी सही वह भी सही।’
वहीं कार्यक्रम में अमित पुरी, अवधेश गुप्ता छोटू, सुदर्शन कटियार, बीपी अवस्थी, अनुराग मिश्रा अन्नु, रमेश तूफानी, राजीव वर्मा, मोहित रावत, रोहित सैनी, अनूप बाजपेई, कमलेश्वर सिंह, अनुराग सोनकर, केके जायसवाल, सुधाकर त्रिपाठी, सन्तोष सक्सेना आदि कार्यकर्ताओं ने अटलजी के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
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