ठंड ने बढ़ाई दिल के रोगियों की संख्या, चिकित्सकों की सलाह, जरूर अपनाएं ये उपाय

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राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में हार्ट अटैक के पहले की तुलना में चार गुना मामले अधिक आए हैं।

लखनऊ। ठंड अब प्रचंड रूप अख्तियार करती जा रही है। लगातार गिर रहे पारे के साथ ही दिल के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते एक सप्ताह की बात करें तो राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में,

हार्ट अटैक के पहले की तुलना में चार गुना मामले अधिक आए हैं।बताया गया कि सामान्य दिनों में यहां की इमरजेंसी में हार्ट अटैक के औसतन दो मरीज ही पहुंचते थे। मगर अब इनकी संख्या आठ से नौ हो चुकी है। गौरतलब है कि राजधानी में न्यूनतम पारा अब दस डिग्री सेल्सियस से भी नीचे लुढकने लगा है।

इसको देखते हुए डॉक्टरों ने दिल के रोगियों के साथ ही सामान्य व्यक्तियों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी है।बताया गया कि सर्दी के मौसम में तापमान कम होने से खून के थक्के जमने लगते हैं। जिसकी वजह से ब्लड प्लेटलेट्स का ज्यादा सक्रिय होना होता है।

इसके साथ ही ठंड की वजह से दिल की धमनियां ज्यादा सिकुड़ जाती हैं। इन सब के कारण दिल में खून और ऑक्सीजन का बहाव कम हो जाता है। रक्तचाप बढ़ने से दिल की समस्या पैदा होने लगती है।बताया जाता है कि इसकी वजह से हार्ट अटैक भी हो जाता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लोहिया संस्थान के साथ ही लारी कॉर्डियोलॉजी में हार्ट अटैक के मामले काफी बढ़ गए हैं। सामान्य दिनों में यहां हार्ट अटैक के चार से पांच मामले आते थे। अब इनकी संख्या 15 तक हो चुकी है।

बरतें ये सावधानियां

खबरों के मुताबिक लोहिया संस्थान के कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. भुवन तिवारी के मुताबिक सर्दी के दौरान दिल की समस्या होने लगती है। ऐसे में सावधानी जरूरी है। बताया गया कि सबसे जरूरी है ठंड से बचना और दूसरा अपनी आदतों को बेहतर बनाना। दरअसल सर्दी के दरम्यान लोग तला-भुना खाने लगते हैं।

इससे बचना चाहिए। डॉ. भुवन के मुताबिक दिल का दौरा पड़ने पर आसपास के विशेषज्ञ को जरूर दिखा लें। बताया गया कि बड़े अस्पताल पहुंचने से पहले प्राथमिक उपचार जरूरी है। ऐसा करने पर मरीज की जान बचाना आसान हो जाता है। वहीं अस्पताल पहुंचने में देरी या फिर प्राथमिक उपचार न मिलने पर मरीज की जान पर बन आती है।

अपनाएं ये उपाय

चिकित्सकों के मुताबिक ठंड से बचाव के लिए कई परत में गर्म कपड़े पहनने चाहिए। बताया गया कि नियमित रूप से धूप में बैठना और उचित व्यायाम करना काफी फायदेमंद होता है।
टहलने का समय सर्दी के हिसाब से तय करना चाहिए।

ये हैं दिल के दौरे के लक्षण

सीने में दर्द, बेचैनी। पसीना आना। जबड़े-गर्दन-बाजू व कंधे में दर्द। सांस का टूटना।

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