जौनपुर। सपा प्रमुख अखिलेश यादव सत्ता के फेर में एक के बाद एक अति आत्मविश्वास में आकर विवादित बयान दे रहे है। पहले देश का विभाजन कराने वाले जिन्ना को पटेल के बराबर बताया अब प्रधानमंत्री पर दिए विवादित बयान के बाद अखिलेश यादव की हर जगह निंदा होने लगी थी, हर तरफ से घिरने के बाद अखिलेश यादव ने मंगलवार को जौनपुर में एक रैली के दौरान अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लंबी उम्र की कामना करता हूं। मेरा आशय यूपी की भाजपा सरकार के खात्मे से था।
इसके बाद अखिलेश यादव ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यूपी में अब योगी और मोदी का समय अब चला गया है। कांग्रेस से गठजोड़ की अटकलों के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में अखिलेश ने साफ कहा कि कांग्रेस से कभी गठबंधन नहीं करूंगा।
बेरोजगारों को दिखाए सपने
अखिलेश यादव ने विजय रथ यात्रा के दौरान जहां युवाओं में जोश भरा, वहीं बेरोजगारों को सपने भी दिखाए। अपने कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भाजपा से सवाल पूछा कि कोई बताए कि उत्तर प्रदेश में नौजवानों के लिए रोजगार के लिए कितने पैमाने पर निवेश हुआ है। बड़ी-बड़ी परीक्षाओं के पेपर लीक हो गए तो कई बार परीक्षाओं को स्थगित करना पड़ गया। लेकिन, हमारी सरकार बनने पर ऐसा नहीं होगा।
इटावा में दिया था विवादित बयान
आपकों बता दें कि गत दिवस सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को इटावा में मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे पर कहा था कि मोदी तीन महीने तक बनारस में ही रहें तो अच्छा है। काशी अच्छी जगह है। तंज कसते हुए बोले कि आखिरी समय में काशी में रहने की परंपरा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने बोला हमला
पीएम मोदी पर बयान देने के बाद अखिलेश यादव भाजपा के निशाने पर आ गए और इसे शर्मनाक बयान बताया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को काशी का कायाकल्प पच नहीं रहा है। बाबा विश्वनाथ अखिलेश को सद्बुद्धि दें। अखिलेश के बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए स्तवंत्रदेव ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को लेकर ओछी प्रतिक्रिया दी है। वह दिखाती है कि भारतीय संस्कृति का बढ़ता गौरव उनको पच नहीं रहा। काशी के कायाकल्प और भारतीय संस्कृति के गौरव की टीस अखिलेश के मन में बनी हई है।
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