समाज में फैली असमानता मानव अधिकार उलंघन को दर्शााता हैं।
संविधान के अनुसार बिना भेदभाव सभी को समान अधिकार एवं समान अवसर मिलें।
लखनऊ। अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस और महिला हिंसा के विरुद्ध चलाये जा रहें 16 दिवसीय अभियान के समापन पर आज ऑक्सफैम इंडिया एवं इनिशिएटिव फाउन्डेशन इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में असमानता और भेदभाव को लेकर लखनऊ के दुबग्गा और बुद्धेश्वर में जागरूकता कार्यक्रम, मानव श्रृंखला हस्ताक्षर एवं रैली का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्था के निदेशक अमित ने मानव अधिकार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारे संविधान में असमानता और भेदभाव को प्रतिबंधित किया गया है लेकिन उसके बावजूद समाज में चारों तरफ असमानता और भेदभाव फैली हुई है। उन्होंने गरिमा, सुरक्षा, शिक्षा, भोजन, दवा इलाज सहित विभिन्न अधिकार के साथ साथ सभी को मुफ्त विधिक सहायता के बारे में विस्तार से जानकारी दिया।
हर व्यक्ति को भोजन मिले
वहीं संस्था की यूथ लीडर पूजा ने समुदाय को बताया कि मानवाधिकार यह सुनिश्चित करता है कि हर व्यक्ति को भोजन मिले, इन सभी अधिकारों में मानव के भोजन के अधिकार को प्रमुखता से रखा गया है। लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारत में अब भी 20 करोड़ से ज्यादा लोगों को भूखे पेट सोना पड़ता है।वहीं दूसरी तरफ अमीरों की सूची है जिनके पास अरबों रुपये भरें पडे है। यह असमानता को दर्शाता है।उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा की देश में संविधान के अनुसार बिना भेदभाव के सभी को समान अधिकार एवं समान अवसर मिलें।
संस्था की वालेंटियर कल्पना ने महिलाओं को सशक्त करने को महिला शिक्षा की यथार्थ रूप में गुणवत्ता और अधिकारों की जानकारी देते हुए सभी को मानव अधिकारों की सुरक्षा करने की शपथ दिलाई।संस्था की सदस्या शालिनी के नेतृत्व में दुबग्गा में जागरूकता रैली निकाली गई और बुद्धेश्वर में महिलाओं के साथ संवाद किया गया। जिसमें अन्नो, शबनम, सानिया़, सरला, सूरज, मुन्ना, आशिक, जितेंद्र, संदीप सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लेकर मानव अधिकारों का संदेश दिया।