गाजियाबाद। यूपी के गाजियाबाद जिले के मुरादनगर में भोजपुर पुलिस से हुई मुठभेड़ में पकड़े गए बदमाश ने पूछताछ में बताया कि उनकी योजना भाकियू के जिला प्रभारी जयकुमार मलिक की हत्या करने की थी। शाहजहांपुर के रहने वाले एक व्यक्ति ने इन बदमाशों को भाकियू नेता की हत्या के लिए दस लाख की सुपारी दी थी। पुलिस हत्या कराने वालों की तलाश में दबिश दे रही है।
हापुड़ किल्हौड़ा मार्ग पर गत शाम बदमाशों व पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से दो बदमाश घायल हो गए थे। पुलिस की पूछताछ में घायल बदमाशों ने अपने नाम किशोर कुमार विश्वकर्मा और सोनू वर्मा निवासी लोनी बताए थे।
पेरोल पर बाहर आए है दोनों
भोजपुर थाना प्रभारी मुनेश सिंह ने बताया कि बदमाश किशोर कुमार व सोनू वर्मा दिल्ली की जेल से पैरोल पर बाहर आए हुए हैं। पूछताछ में दोनों ने कई और बड़े राज खोले। बदमाशों ने बताया कि गांव खंजरपुर निवासी वीर सैन पंडित पुत्र कालीचरण भी अपराधिक मामले में उनका साथी था। बदमाशों ने बताया कि वीर सैन पंडित ने गांव शाहजहांपुर निवासी संजय प्रधान से उन्हें मिलवाया था।
पूछताछ में पता चला कि संजय प्रधान ने भाकियू के गाजियाबाद जिला प्रभारी व गांव शाहजहांपुर निवासी जयकुमार मलिक की हत्या करने की सुपारी उन्हें दी थी। दस लाख रुपये में हत्या करने की बात तय हुई थी। पांच लाख रुपये पहले और पांच लाख रुपये हत्या करने के बाद देने की बात तय हुई थी। बदमाशों ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार को वह पांच लाख रुपये लेने आए थे। इसी बीच पुलिस से मुठभेड़ हो गए और पकडे़ गए।
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