महिंद्रा फाइनेंस ने नए युग के वाहन लीजिंग और सब्सक्रिप्शन व्यवसाय में यूं की इंट्री, बताई ये वजह

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यह नया उद्यम वाहन लीजिंग और सब्सक्रिप्शन के लिए एक नए जमाने का डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसका उद्देश्य शहरों में ग्राहकों को सहूलियत, लचीलापन और विकल्प प्रदान करना है।

स्पेशल डेस्क। महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (महिंद्रा फाइनेंस / एमएमएफएसएल), जोकि विविधीकृत महिंद्रा समूह का हिस्सा है, ने आज अपने लीजिंग और सब्सक्रिप्शन व्यवसाय ‘क्विकलीज़’ के आधिकारिक लॉन्च की घोषणा की।

यह नया उद्यम वाहन लीजिंग और सब्सक्रिप्शन के लिए एक नए जमाने का डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसका उद्देश्य शहरों में ग्राहकों को सहूलियत, लचीलापन और विकल्प प्रदान करना है। महिंद्रा फाइनेंस इसे एक लाभदायक व्यवसाय मॉडल के साथ अपने हितधारकों के लिए मूल्य निर्मित करने के तौर पर देखता है।

साथ ही इस बिजनेस वर्टिकल में उभरते अवसरों से एक मजबूत बैलेंस शीट बनाने के लिए एक महान अवसर के रूप में देखता है। क्विकलीज़ कार यूजरशिप पर अपनी तरह की पहली डिजिटल यात्रा है जिसके साथ ग्राहक कार के स्वामित्व की सभी बाधाओं के बिना एक नई कार तक पहुं सकते हैं।

क्विकलीज़ पंजीकरण, बीमा, अनुसूचित और अनिर्धारित रखरखाव, रोड-साइड असिस्टेंस आदि का ध्यान रखेगा। शुरुआती चरण में, क्विकलीज़ बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, गुरुग्राम, हैदराबाद, मुंबई, नोएडा, पुणे जैसे मेट्रो शहरों में अपनी सेवाएं शुरू करेगी, और फिर इसे टियर II शहरों सहित पूरे भारत के अन्य शहरों में विस्तारित किया जाएगा,

जिसमें अगले एक साल में 30 स्थानों को कवर किया जाएगा। क्विकलीज़ कई ऑटोमोटिव ओईएम के साथ भी चर्चा कर रहा है और जल्द ही लीजिंग और सब्सक्रिप्शन पर उनके साथ साझेदारी की घोषणा करेगा। क्विकलीज़ कॉर्पोरेट (बी2बी) और रिटेल (बी2सी) दोनों ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगा।

बी2बी सेगमेंट के तहत, कंपनी का लक्ष्य कॉरपोरेट्स और फ्लीट ऑपरेटरों को सेवाएं देना है, जबकि बी2सी सेगमेंट में यह सहस्राब्दी मानसिकता वाले ग्राहकों को लक्षित करेगा। वाहन मॉडल, वेरिएंट और रंगों के मामले में पसंद की विस्तृत श्रृंखला के साथ वाहन सभी प्रमुख ऑटो ओईएम को कवर करेंगे।

नए बिजनेस लॉन्च पर, महिंद्रा फाइनेंस के वाइस-चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, रमेश अय्यर ने कहा, “कार लीजिंग और सब्सक्रिप्शन भारत में एक आकर्षक और तेजी से बढ़ने वाला व्यवसाय है। हमारा लक्ष्य 3-5 साल की अवधि में 10,000 करोड़ रुपये का बुक साइज हासिल करना है।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और यू ग्रो कैपिटल मिलकर देंगे उधार

भारत के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को उधार देने के लिए लिस्टेड एमएसएमई फिनटेक ऋण प्लेटफॉर्म यू ग्रो कैपिटल से हाथ मिलाया है। दोनों ने भारतीय रिजर्व बैंक के संशोधित को-लेंडिंग गाइंडेंस के अनुसार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

एसबीआई सक्रिय रूप से एमएसएमई को फाइनंेस सुविधा उपलब्ध कराने और समस्त एमएसएमई तक सेवाएं पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। इस दिशा में बैंक अपने प्रोडक्ट्स के माध्यम से अनेक एनबीएफसी के साथ सह-उधार के अवसरों की तलाश कर रहा है।

यह पहल एमएसएमई को वित्तीय रूप से सशक्त करेगी और देश में वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाएगी। इस अवसर पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन श्री दिनेश खारा ने कहा, ‘हमें को-लेंडिंग प्रोग्राम के तहत यू ग्रो कैपिटल के साथ हाथ मिलाने की खुशी है। यह सहयोग हमारे वितरण नेटवर्क को और बढ़ाएगा,

क्योंकि हमारा लक्ष्य अधिक से अधिक एमएसएमई तक अपनी क्रेडिट पहुंच का विस्तार करना है। इस तरह की साझेदारी भारत में एमएसएमई को प्रभावी और किफायती ऋण में तेजी लाने की हमारी प्रतिबद्धता के के अनुरूप है और देश के वित्तीय समावेशन में योगदान करती है जो एक आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में जरूरी कदम है।’

श्री दिनेश खारा, अध्यक्ष, एसबीआई, श्री सी.एस. सेट्टी, एमडी (खुदरा और डिजिटल बैंकिंग), एसबीआई और श्री शचींद्र नाथ, कार्यकारी अध्यक्ष और एमडी, यू ग्रो कैपिटल की उपस्थिति में साझेदारी पर हस्ताक्षर किए गए।

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