नेक्स्ट डिजिटल ने अपना “पार्टनरशिप फॉर ग्रोथ 3.0” लॉन्च किया

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Next Digital launches its “Partnership for Growth 3.0”
वीडियो और ब्रॉडबैंड केवल सेवाओं के डिजिटल हाईवे की शुरुआत है जिसे हमने रोल-आउट के लिए विकसित किया है

लखनऊ बिजनेस समाचार। हिंदुजा ग्रुप के प्रमुख सिद्धांतों में से एक है ‘पार्टनरशिप फॉर ग्रोथ’। भारत में 2.0 के दौरान हिट्स को लॉन्‍च किया गया ताकि दूरदराज के स्‍थानों में भी केवल सैटेलाइट-आधारित केबल टीवी प्‍लेटफॉर्म के जरिए एलएमओ को जोड़ा जा सके; जबकि 3.0 हमारे द्वारा निर्मित संपूर्ण इकोसिस्‍टम को मजबूत करने पर ही केंद्रित नहीं है बल्कि यह तकनीकों के सम्मिलन को उपयोग में लाने पर भी बल देता है ताकि नेक्‍स्‍ट हब्‍स के राष्‍ट्रीय नेटवर्क के जरिए तकनीकें उपलब्‍ध कराई जा सकें।

वीडियो और ब्रॉडबैंड केवल सेवाओं के डिजिटल हाईवे की शुरुआत है जिसे हमने रोल-आउट के लिए विकसित किया है, जो विशेष रूप से हमारे एलएमओ और ग्राहकों के लिए सेवा प्रदाताओं द्वारा विकसित अभिनव ऐप के एक मजबूत सूट द्वारा समर्थित है।”

अनूठा मॉडल विकास

नेक्‍स्‍ट डिजिटल के आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रमुख, एस वाई श्रीकुमार ने बताया, ”हमें गर्व है कि 40 में से 16 नेक्‍स्‍ट हब्‍स अकेले आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में हैं – और हैदराबाद से यह राष्ट्रीय लॉन्च यहां के एलएमओ और उन ग्राहकों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है जो उच्च गुणवत्ता वाली सेवा की उम्मीद करते हैं।

हमें विश्वास है कि यह अनूठा मॉडल विकास को प्रोत्साहित करने में मदद करेगा और हमने पहले ही न केवल नए उत्पादों को बल्कि पूरे क्षेत्र में कई और नेक्‍स्‍ट हब्‍स को लाइन में खड़ा कर दिया है।” एनडीएल जो हमेशा अपने नेटवर्क के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने में सबसे आगे रहा है ।

इस तरह सर्वोत्तम ग्राहक सेवाएं प्रदान करता है, ने अपनी नेक्‍स्‍ट डिजिटल हिट्स सेवा के साथ-साथ इसके वीएएपी कार्यक्रम या “भागीदारों के लिए मूल्य वर्धित ऐप्स” के तहत पूर्व-एकीकृत “मोबीज़ी” मोबाइल ऐप समाधान के लिए अपने नए एपीआई या एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफेस लॉन्च करने की भी घोषणा की।

इन एपीआई को एलएमओ को अपने स्वयं के ग्राहक मोबाइल एप्लिकेशन को विकसित करने या एकीकृत करने का एक तरीका प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि एनडीएल के सिस्टम में सीधे सब्सक्राइबर पैकेजों के सक्रियण/निष्क्रिय को स्वचालित किया जा सके, जिससे उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव प्रदान किया जा सके।

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