लखनऊ। आसमान से बरसती आग ने पूरे प्रदेश को अपने चपेट में ले लिया है। प्रदेश के कई जिलों में तापमान 49 डिसे तक पहुंच गया है। हवा में आद्रता कम होने की वजह से गर्मी पूरे शवाब है। लू की वजह से प्रदेश में अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा बुरा हाल बुंदेलखंड का हैं यहां, प्रचंड गर्मी और लू की चपेट में आने से एक ही दिन में 31 लोगों की जान चली गई। महोबा में आठ, हमीरपुर में सात, चित्रकूट में छह, फतेहपुर में पांच, बांदा में तीन और जालौन में दो व्यक्ति की मौत हो गई। इनमें से ज्यादातर लोग किसी काम से बाहर निकले थे और रास्ते में ही अचेत होकर गिर गए। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई।
इसी तरह बहराइच में लू की चपेट में आने नानपारा व कैसरगंज तहसील क्षेत्र में दो लोगों की मौत हो गई। प्रयागराज में एक दरोगा समेत चार लोगों की जान चली गई। ग्रेटर नोएडा में मेरठ निवासी एक बुजुर्ग की लू लगने से मौत हो गई। बलिया में एक महिला की मौत हो गई। इसके अलावा वाराणसी में छह, मिर्जापुर में तीन, आजमगढ़, जौनपुर और सोनभद्र में एक-एक की मौत हुई है। आशंका जताई जा रही है कि इन सभी लोगों की लू लगने से मौत हुई है, हालांकि पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल सकेगा की मौत की असल वजह क्या है।
प्रयागराज रहा सबसे गर्म
मीडियाा रिपोर्ट्स के अनुसार प्रदेश के ज्यादातर हिस्से बुधवार को भीषण लू की चपेट में रहे। जिन इलाकों में लू नहीं रही, वहां चल रही गर्म हवा लू का एहसास करा रही थी। बुधवार को प्रयागराज का अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री पहुंच गया, जबकि कानपुर 48.4 डिग्री के साथ दूसरा सबसे गर्म शहर रहा। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, छह जून 1979 को प्रयागराज में 48.8 डिग्री सेल्सियस पारा रिकार्ड हुआ था। बुधवार को अधिकतम तापमान ने इसी की बराबरी की है। जहां तक मई के अभी तक के सर्वाधिक तापमान की बात है तो 30 मई 1994 को 48.4 डिग्री पारा था।
आज से राहत की कुछ उम्मीद
राजधानी में पूरे दिन चिलचिलाती धूप और गर्म हवा झुलसाती रही। इस बीच पुराने लखनऊ और कुछ जगहों पर बूंदाबादी हुई, पर इससे राहत नहीं मिली। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार से पारे में गिरावट के आसार जताए हैं। बुधवार को दिन का तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस रहा। मंगलवार के मुकाबले इसमें कोई बदलाव नहीं रहा। न्यूनतम पारा जरूर 0.2 डिग्री की गिरावट के साथ 29.4 दर्ज किया गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से आने वाली आर्द्र पुरवा हवाओं की सक्रियता बढ़ने से लखनऊ में बृहस्पतिवार से बादलों की आवाजाही रहेगी। इसके साथ तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट देखने को मिल सकती है।
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