मेरठ। लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने भारत रत्न का एलान करके सियासी पेंच पर जो चाल चला वह यूपी में इंडिया गठबंधन को जमींदोज कर दिया। हालांकि कयास तो पहले से लग रहे थे कि जयंत चौधरी बीजेपी वाले गठबंधन एनडीए का हिस्सा बनेंगे। लेकिन शुक्रवार को केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव को सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ देने का एलान किया है।
हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। उत्तर प्रदेश के… pic.twitter.com/gB5LhaRkIv
— Narendra Modi (@narendramodi) February 9, 2024
जयंत का बयान आया कि केंद्र सरकार ने दिल जीत लिया, सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि आज सीटों के बंटवारे की बात नहीं, आज धन्यवाद देने का दिन है। उन्होंने कहा कि मैं परिस्थिति को देखकर बात करता हूं। उन्होंने कहा कि अजित सिंह का अधूरा सपना पूरा हुआ है। ये भावुक और यादगार पल है। यह फैसला पीढ़ियों तक याद रहेगा।
सरकार का आभार जताया
इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं कोई पोस्ट डिलीट नहीं करूंगा। कहा कि लोकतंत्र में सियासत और आंदोलन होते हैं। जयंत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश मूल भावना को समझते हैं। भाजपा में जाने की बात पर कहा कि आज किस मुंह से इन्हें इनकार करूं।
मुजफ्फरनगर में खुशी का माहौल
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न की घोषणा के बाद मुजफ्फरनगर जिले में खुशी का माहौल है। चौधरी चरण सिंह ने साल 1971 का चुनाव मुजफ्फरनगर सीट से लड़ा था। यही उनका पहला लोकसभा चुनाव था। मुजफ्फरनगर से उनका गहरा नाता रहा। प्रदेश के मुख्यमंत्री रहने के दौरान यहां लगातार आते-जाते रहे।
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