लखनऊ। राजधानी लखनऊ में छह फीट जमीन के लिए तीन लोगों की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई।इस हत्याकांड के पीछे सरकारी कारिंदों की लापरवाही सामने आई। दरअसल विवादित जमीन का बिना सूचना दिए बगैर लेखपाल पैमाइश करने पहुंच गए। इस दौरान विवाद हुआ तो आरोपियों ने लेखपाल के साथ मिलकर वहां फायरिंग शुरू कर दी, इस फायरिंग में ती लोगों की मौत हो गई।
कानून के अनुसार जब भी किसी विवादित जमीन की पैमाइश करनी होती है, वहां जाने से पहले पुलिस को सूचना देनी होती है, लेकिन पुलिस को सूचना नहीं दी गई। इस वजह से लेखपाल की भूमिका पर संदेह है। अगर पुलिस बल उपलब्ध होती है तो पैमाइश करने के दौरान हंगामा नहीं होता।लेखपाल रघुवीर सिंह यादव पैमाइश कराने गया था। जब विवाद हुआ तो पैमाइश रुक गई। इसके बाद इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया।
सरेआम चलाई गोलियां
आरोपियों ने सरेआम गोलियां चलाई। इस दौरान मोहल्ले के लोग अपने घरों छिपकर देख रहे थे, वहीं इस दौरान किसी ने मोबाइल से वीडियो बना ली, जिसे देख किसी का भी कलेजा कांप गया, हमलावरों ने एक के बाद एक करके लोगों को गोलियों से उड़ा दिया।
बता दें कि लखनऊ के मलिहाबाद के मोहम्मदनगर तालुकेदारी गांव में जमीन की पैमाइश के दौरान छह फीट जमीन को लेकर हुए विवाद में शुक्रवार को हिस्ट्रीशीटर ने अपने बेटे और साथियों संग मिलकर घर में घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मां-बेटे और चचेरे भाई की हत्या कर दी। असलहा लहराते हुए आरोपी फरार हो गए। वहीं गोली बारी में फरीद के (15) वर्षीय बेटे हंजला, पत्नी फरहीन (35) और बीच-बचाव करने पहुंचे फरीद के चाचा मुनीर (55) को गोलियां लग गईं। तीनों की मौत हो गई। पुलिस ने लल्लन के ड्राइवर अशरफी को गिरफ्तार कर लिया है।
इसे भी पढ़ें…