नई दिल्ली। बीजेपी कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों से मिले काली कमाई को अब लोकसभा चुनाव में हथियार बनाकर मैदान में उतरेगी, इसकी शुरूआत यूपी में हो गई। यूपी के हर जिलों में इस मुदृदे को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। यानि लोकसभा चुनाव तक इस तरह की कार्रवाई देशभर में चालू रहेगी। दरअसल विपक्ष सरकार पर ईडी, सीबीआई समेत अन्य एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाती है। अब भाजपा विपक्ष को मुहतोड़ जवाब देने के मूड में है कि विपक्ष ईडी की कार्रवाई का विरोध क्यो करती हैं, जनता को परोक्ष रूप से यह बताने की कोशिश की जाएगी कि विपक्षी गठबंधन देश को लूट खसोट का अड्डा बनाना चाहती है, इसलिए सभी मिलकर बीजेपी को हराना चाहती है, इसलिए अगर देश को बचाना है तो विपक्ष को हराना होगा।
मोदी ने भ्रष्ट्राचार का मुददा
मोदी लगातार कहते है कि वह जनता का पैसा लूटने वालो से पाई— पाई वापस लाकर देश के विकास कार्यों में लगाएंगे। शुक्रवार को पीएम मोदी एक पोस्ट किया जनता जो भी लूटा है, उसे लौटाना पड़ेगा। बता दें कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में मोदी ने भ्रष्ट्राचार का मुददा बनाकर सत्ता में वापसी की है। छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल महादेव एप्प के संचालकों से रिश्वत लेने को मुददा तो राजस्थान में सीएम गहलोत के द्वारा किए गए घोटालों को जनता के सामने रखकर धूल चटाई। बीजेपी का यह अभियान में लोकसभा चुनाव में जारी रहेगा, विपक्ष एजेंसियों के दुरूपयोग का आरोप नहीं लगा सकेगी।
पीएम मोदी एक और गारंटी
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करके करप्शन के खिलाफ ऐलान-ए-जंग कर 2024 से पहले विपक्षी I.N.D.I.A. गठबंधन के खिलाफ जबरदस्त प्रहार किया है। उन्होंने एक तरह से लोकसभा चुनाव का टोन भी सेट कर दिया है। झारखंड से कांग्रेस के सांसद धीरज साहू से जुड़े ठिकानों से करीब 300 करोड़ रुपये की जब्ती का मुद्दा सुर्खियों में है। इनकम टैक्स के छापे में इतने कैश मिले, इतने कैश मिले कि नोट गिनने वाली मशीन भी गिनते-गिनते खराब हो गई। इसी मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री ने विपक्षी नेताओं की ईमानदारी के भाषणों पर तंज कसा और गारंटी दी कि जनता से लूटी गई पाई-पाई लौटानी पड़ेगी।
भ्रष्ठाचार के खिलाफ जनता का मिलेगा साथ
दरअसल बीजेपी 2024 का चुनाव भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग से लड़ेगी, क्योंकि प्रमुख विपक्षी दलों के अधिकांश नेता भ्रष्टाचार के दलदल में धंसे है, चाहे लालू प्रसाद यादव का नाम लिया जाए, या अखिलेश यादव या ममता बनर्जी, या बात करें आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की। अब इनके खिलाफ सरकार जांच करके विपक्ष के खिलाफ भ्रष्टाचार का हउवा खड़ा करके चुनाव आसानी से जीत लेगी। जनता भी इस मुददे पर सरकार का साथ देगी। अभी तक विपक्ष जनता के सामने एजेंसियों के दुरूपयोग का रोना रोती थी, जो नहीं रो पाएगी क्योंकि विपक्ष के नेताओं के काले कारनामें को सामने रखकर जनता के बीच जाएगी कि यह लोग अपने को बचाने के लिए बीजेपी को हराने के लिए सब एकजुट हुए है।
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