बरेली। यूपी के बरेली जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई यहां, एक डॉक्टर ने पहली पत्नी को तलाक दिए बिना आठ साल में एक के बाद एक करके चार शादियां की। सोमवार को पुलिस ने जब आरोपी डॉक्टर को जमीन की हेराफेरी के मामले में गिरफ्तार करके थाने ले आई तो इसके पीछे उसकी तीन पत्नियां भी थाने पहुंच गई। इसके बाद इन तीनों ने जो खुलासा किया उसे सुनकर पुलिस वालों के भी होष उड़ गए। राखी नामक महिला ने बताया कि वह डॉ.अनील राठौर उसका पति हैं,और उसने उसे तलाक दिए बिना तीन और शादियां कर ली।
पुलिस के अनुसार बरेली के बहेड़ी थाना क्षेत्र के गांव सकरस निवासी एक युवक ने शादी के चार साल बाद दहेज के लिए प्रताड़ित कर बच्चे सहित पत्नी को घर से निकाल दिया और फिर हिन्दू मैरिज एक्ट को धता बताते हुए एक के बाद एक करके तीन शादियां रचा लीं। कुछ कारणों से एक पत्नी उसे छोड़कर चली गई।
दूसरी पत्नी छोड़कर चली गई
पुलिस के अनुसार एक पत्नी ससुराल में दो साल के बेटे संग अकेले रह रही है और खुद चौथी बीबी के साथ नवाबगंज में रह रहा थी। पहली पत्नी को उसने घर से निकाल दिया था,दूसरी बीबी उसे छोड़कर चली गई थी। सोमवार को जब उसे थाने लेकर आई तो किसी तरह जानकारी पाकर तीनों पत्नियां भी थाने पहुंच गईं। चौथी पत्नी को तो युवक की मां अपने साथ ले गई। बाकी दोनों अपना हक पाने को थाने से इंसाफ मिलने की आस में बैठ गईं। एसएसपी के आदेश पर आरोपी युवक के खिलाफ चार महीने पहले केवल दहेज एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है।
2015 में की थी पहली शादी
अनिल की पहली पत्नी राखी के अनुसार, सन 2015 में उसकी शादी हुई थी। दहेज प्रताड़ना के बाद उसे बेटे अरनव के साथ मारपीट कर जून 19 में घर से निकाल दिया। आरोप है कि उसे निकालने के छह महीने बाद ही अनिल ने स्थानीय गांव छितौनिया निवासी प्रीति मौर्य से शादी रचा ली। उससे भी उसे एक बेटा हुआ।प्रीति ससुराल में ही रह रही थी कि सितंबर 22 में उसने स्थानीय रेलवे कालोनी निवासी रचिता पाल को अपना जीवन साथी बना लिया और उसके साथ नवाबगंज में किराए का मकान लेकर रहने लगा। रचिता नवाबगंज के बरखन मार्ग पर नर्सिंग होम चलाती है। राखी के अनुसार, उसे जब पति की दूसरी व तीसरी शादी की जानकारी मिली तो वह ससुराल पहुंची पर वहां उसे फिर मारपीट कर घर से निकाल दिया गया।
थाने में बैठीं राखी और प्रीति इंसाफ के लिए पुलिस से गुहार लगा रही थीं। दोनों का कहना था कि अपने और अपने बेटों के भविष्य के लिए वे दोनों इस शर्त पर साथ रहने को तैयार हैं कि तीसरी पत्नी रचिता को अनिल को छोड़ना पड़ेगा। खबर लिखे जाने तक वे थाने में बैठी थीं कि कहीं पुलिस अनिल की थाने से रिहाई न कर दे और वे इंसाफ मिलने से वंचित रह जाएं।
इसे भी पढ़ें…