टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स -एलएंडटी ने भारतीय वायु सेना के आकाश कार्यक्रम के लिए 100वां मिसाइल लांचर दिया

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Tata Advanced Systems-L&T delivers 100th missile launcher for Akash program of Indian Air Force
डीआरडीओ ने मंगलवार, 21 जून 2022 को टीएएसएल (बेंगलुरु के पास) की वेमगल सुविधा में हरी झंडी दिखाई।

मुंबई- बिजनेस डेस्क। टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) और लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने संयुक्त रूप से भारतीय वायु सेना के लिए 100वां आकाश एयर फोर्स लॉन्चर (एएएफएल) प्रदान किया है। आकाश एयर फोर्स लॉन्चर को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ विकसित किया गया है। इस कार्यक्रम को डॉ बीएचवीएस नारायण मूर्ति, डीजी-एमएसएस, डीआरडीओ ने मंगलवार, 21 जून 2022 को टीएएसएल (बेंगलुरु के पास) की वेमगल सुविधा में हरी झंडी दिखाई।

100 वें एएएफएल की सफल डिलीवरी

इस कार्यक्रम में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, मिसाइल सिस्टम क्वालिटी एश्योरेंस एजेंसी, एलएंडटी और अनेक एमएसएमई भागीदारों ने भाग लिया। टीएएसएल ने पहले भी भारतीय सेना को 49 आकाश लॉन्चर की आपूर्ति की है।इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए टीएएसएल के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर  सुकर्ण सिंह ने कहा, ‘‘100 वें एएएफएल की सफल डिलीवरी टीएएसएल और भारतीय रक्षा विनिर्माण क्षेत्र के लिए एक प्रमुख उपलब्धि है, और प्रोडक्ट डेवलपमेंट के बाद प्रोडक्ट के नियमित प्रोडक्शन की सफल स्थापना का प्रतीक है। उत्पाद विकास। एएएफएल के रिपीट ऑर्डर को पूरा किया जा रहा है जो स्वदेशी रूप से विकसित और उत्पादित एएएफएल सिस्टम के परिचालन प्रदर्शन में उपयोगकर्ता की निरंतर संतुष्टि और विश्वास को दर्शाता है।’’

आत्म निर्भर भारत की नींव

इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए एल एंड टी के पूर्णकालिक निदेशक (रक्षा और स्मार्ट टेक्नोलॉजीज) श्री जयंत पाटिल ने कहा, ‘‘एलएंडटी हमारे सशस्त्र बलों को स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित रक्षा प्रणालियों की पेशकश पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रहा है। 100वें एएएफएल सिस्टम की डिलीवरी, प्रतिष्ठित आकाश मिसाइल कार्यक्रम की दिशा में एक प्रमुख मील का पत्थर है। साथ ही यह भारतीय उद्योग द्वारा ‘आत्म निर्भर भारत’ के विजन की दिशा में किए गए योगदान का प्रतीक भी है। यह उपलब्धि भारतीय उद्योग द्वारा भारतीय वायु सेना को फोर्स मल्टीप्लाइंग आकाश वायु रक्षा प्रणाली प्रदान करने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी के सहयोग से इनोवेशन, एडेप्टेबिलिटी, कमिटमेंट और कड़ी मेहनत का ही नतीजा है।’’

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